VIDEO: शेरों ने इंसानी बस्ती में ढूंढा शिकार, लोग बोले- ये रात को गांव आते हैं, पेट भरकर सुबह लौट जाते हैं
lions entered in the villages of gujarat,अमरेली। शिकार के लिए शेर गुजरात के गांवों में घुसे चले आते हैं। शेरों की टोली अक्सर रात के समय इंसानी बस्तियों का रूख कर करती है। फिर उन्हें जो पशु-पक्षी मिलते हैं, उन्हें खाकर शेर सुबह होने तक वापस जंगल लौट जाते हैं। ताजा मामला अमरेली जिले की राजुला तहसील का बड़े अगरिया गांव का है। जहां रात्रि के समय अक्सर शेर टहलते देखे जा सकते हैं। वे दुधारू पशुओं को मार खाते हैं। इससे गांव वालों में दहशत का माहौल है।

बड़े अगरिया गांव का मामला
एक बुजुर्ग ने बताया कि, राजुला तहसील का बड़े अगरिया गांव दो शेरों के शिकार का ठिकाना बन गया है। बुधवार रात भी शेरों ने एक भैंस का शिकार किया। उस दरम्यान गांव के ही कुछ लोगों ने अपने स्मार्टफोन से शेरों का वीडियो रिकॉर्ड किया। उसके बाद वीडियो सोशल मीडिया पर अपलोड कर दिया। जो कि वायरल हो गया है। वहीं, शेरों की वजह से ग्रामीणों में दहशत का माहौल है। क्योंकि, शेर उन्हें आए रोज पास मंडराते दिखाई दे रहे हैं।

दुधारू पशुओं का शिकार करते हैं
स्थानीय वन-कर्मी ने बताया, 'यूं तो पूरे गुजरात के जंगल में कहीं भी एशियाई शेर रह सकते हैं। मगर, साथ ही साथ ये रिहायशी इलाकों, गांव-कस्बों का भी रूख करते रहे हैं। इन दिनों राजकोट और अमरेली जिले के ग्रामीण इलाकों में शेरों की वजह से दहशत है। यहां कई शेर अलग-अलग गांवों में पालतू पशुओं का शिकार करते देखे गए हैं। वन विभाग की टीमें पिछले काफी दिनों से ऐसे शेरों के झुंड खोज रही है, जो कि दुधारू पशुओं का शिकार कर चुके हैं।"

बाजार में भी घुस आई थी शेरनी
बीते महीने की बात है, जब अमरेली जिला स्थित कोवाया गांव के बाजार में एक शेरनी घुस आई। दुकान चला रहे एक पान की गुमटी वाले ने वह देखी। पान की गुमटी वाले ने उसका वीडियो रिकॉर्ड कर लिया। उसके बाद उसने बताया कि, शेरनी एक कुत्ते का पीछा करते हुए गांव पहुंची। हालांकि, उस वक्त बाजार में ज्यादातर दुकानें बंद हो गई थीं और जाड़े की वजह से लोग घरों के अंदर थे। ऐसे में जब पान वाले ने शेरनी को करीब से निकलते देखा तो मोबाइल से उसका वीडियो बना लिया।

गांव-कस्बों में आने से लोग डरते हैं
इससे पहले रामपर गांव में भी एक शेर का कुनबा आ पहुंचा था। वह घटना राजुला तहसील के ही रामपर गांव की है। शेरों के इस तरह गांव-कस्बों में आने से लोग डरते हैं। लोग वन-विभाग से मांग कर रहे हैं कि विभाग के कर्मचारी शेर-तेंदुओं को गांव में घुसने से रोकें। क्योंकि, ये जंगली जानवर आबाद क्षेत्रों में पालतू पशुओं का शिकार करने चले आते हैं। ऐसे में किसी इंसान से उनका सामना हो जाता है तो हमला कर देते हैं।
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यहां गौशाला में 8 गायों को खा गए थे
मसलन, मध्य दिसंबर माह में, जैतपुर तहसील के अरब टिम्बडी गांव में 10 से ज्यादा शेर देखे गए, जिन्होंने वहां के गौशालाओं की 8 गायों को अपना शिकार बनाया।