VIDEO: कांग्रेसी MLA ललित वसोया की जबान फिसली, बोले- कोई पाटीदार विधायक कांग्रेस में जाने की सोच भी नहीं सकता
राजकोट।
गुजरात
में
कांग्रेसी
विधायकों
के
इस्तीफे
के
बीच
वरिष्ठ
कांग्रेस
नेता
ललित
वसोया
की
जबान
फिसल
गई।
मीडिया
से
बातचीत
में
उनके
मुंह
से
निकला-
'आज
नहीं
और
भविष्य
में
भी
नहीं,
किरीट
भाई
या
ललितभाई
के
पाटीदार
विधायक
कांग्रेस
में
जाने
का
सोच
भी
नहीं
सकते।'
जिसके
बाद
तरह-तरह
के
कयास
लगने
शुरू
हो
गए।
कई
लोग
कहने
लगे
कि,
क्या
ललित
वसोया
भी
अब
कांग्रेस
से
नाता
तोड़ने
की
तैयारी
में
हैं?
वहीं
कुछ
लोगों
ने
कहा
कि,
इस
तरह
के
बयान
से
कांग्रेस
कमजोर
होगी।
गुजरात में कांग्रेस विधायकों के लगातार इस्तीफे
ज्ञातव्य है कि, राज्यसभा चुनाव करीब आ रहे हैं और इस बीच कांग्रेस के कई विधायक पार्टी से इस्तीफा दे चुके हैं। ललित वसोया कांग्रेस के कद्दावर नेता माने जाते हैं और वर्तमान में वह भी विधायक हैं। उन्होंने धोराजी से चुनाव जीता था। इस तरह से खुद कांग्रेस के विधायक होने के बाद भी यह बयान देने से कि 'पाटीदार विधायक कांग्रेस में जाने का सोच भी नहीं सकते', से सियासत गर्मा गई है। वैसे, इससे पहले कांग्रेस के लिए यह बड़ा झटका है कि, अब तक पार्टी से 8 विधायक इस्तीफा दे चुके हैं।
रिसॉर्ट में जुटाए विधायक, वहीं वसोया की जबान फिसली
संवाददाता के अनुसार, एक के बाद एक तीन विधायकों के इस्तीफे के बाद कांग्रेस प्रदेश इकाई ने सौराष्ट्र जोन के सभी विधायकों को पूर्व विधायक इंद्रनील राजगुरु के रिसॉर्ट में बुलाया। जहां कल रात ही ललित वसोया भी पहुंचे थे। वहीं, ललित वसोया मीडिया से मुखातिब हुए। बयान देते वक्त उनकी जबान फिसली और अटपटा बयान दे गए। जिसके बाद से ललित वसोया के पार्टी बदलने की चर्चा होने लगीं। हालांकि, अपने बयान के बाद उन्होंने खुद इन बातों का खंडन किया है कि वो भाजपा के बारे में कुछ भी सोच रहे हैं।
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भाजपा नेता नितिन पटेल से मुलाकात पर ललित ने दी सफाई
पत्रकार ने ललित वसोया से जब भाजपा के वरिष्ठ नेता व डिप्टी सीएम नितिन पटेल से मुलाकात के बारे में पूछा तो ललित बोले- ''मुझे आश्चर्य तो इस बात का है कि, जब हम नितिनभाई से मिलने गए, तब स्वर्णिम संकुल के पास वहां जुटे मीडियाकर्मियों को इस बारे में बता दिया था। बावजूद इसके उन्होंने हमारे भाजपा में जुड़ने की खबर चला दीं, इसका मुझे दुःख है। आप सबकी तरह वहां के मीडियाकर्मी भी हमारे अच्छे दोस्त हैं।'
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अब तीन राज्यसभा सीटों पर सत्ताधारी दल की जीत पक्की
राजनीतिज्ञ मानते हैं कि, सौराष्ट्र में पाटीदार व कोली समुदाय का वर्चस्व रहा है। कोली समुदाय के कुंवरजी तो भाजपा के मंत्री भी बन चुके है। ऐसे में अब पाटीदार समुदाय के विधायक भाजपा में शामिल हुए तो कांग्रेस का बिखरना निश्चित है। बहरहाल कांग्रेस के कुछ विधायकों के हालिया इस्तीफे की वजह से राज्यसभा की तीनों सीट पर भाजपा की विजय लगभग पक्की है। साथ ही अब कांग्रेस के एक उम्मीदवार की हार भी होना तय माना जा रहा है।