भारत को UN में बदनाम करने लगा नित्यांनद, बोला- वहां मेडिकल टेस्ट के बहाने करते हैं अत्याचार, किसी काम का नहीं छोड़ते
नई दिल्ली/अहमदाबाद. युवतियों को बंधक बनाने और दुष्कर्म के आराेपाें में देश से फरार विवादास्पद गुरू नित्यानंद स्वामी अब भारत को बदनाम करने में लगा है। द. अमेरिका महाद्वीप में शरणार्थी का दर्जा पाकर नित्यांनद ने संयुक्त राष्ट्र में आवेदन किया। जिसमें उसने भारत के संबंध में आपत्तिजनक टिप्पणियां कीं और कई धार्मिक-सामाजिक संगठनों, पुलिस बल और अदालतों पर भी सवाल उठाए। 46 पेज के पिटीशन में उसने भारत की सांस्कृतिक, राजनैतिक और कानूनी कार्रवाई के खिलाफ नफरत फैलाने की कोशिश की है। नित्यानंद ने यह भी कहा कि भारत में आरोपी का यौन परीक्षण भी किया जाता है। परीक्षण के नाम पर इस तरह परेशान किया जाता है, जिससे कोई भी शारीरिक रूप से अक्षम हो जाता है। वह किसी काम का नहीं रहता।''
वीडियो
में
बोला-
अब
मुझे
कोई
भी
छू
नहीं
सकता
इस
बीच
सोशल
मीडिया
पर
नित्यानंद
का
एक
वीडियो
वायरल
होने
लगा
है।
उस
वीडियो
में
वह
कहता
दिख
रहा
है
कि
उसे
कोई
भी
नहीं
छू
सकता
और
न
ही
कोई
अदालत
मुकदमा
चला
सकती
है।
वह
खुद
को
भगवान
भी
बता
रहा
है।
वह
कहता
है,
"मुझसे
मत
उलझो।
सच
का
खुलासा
करने
के
लिए
कोई
बेवकूफ
अदालत
मुझ
पर
मुकदमा
नहीं
कर
सकती।
मैं
परम
शिव
हूं,
समझे!"
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, उसने त्रिनिदाद एंड टाेबैगाे के पास इक्वाडोर से टापू खरीद लिया है। उसकी संस्था द्वारा उस टापू की जमीन पर अपना एक नया देश बसाने का दावा किया जा रहा है। उसकी Kailaasa.org वेबसाइट पर इसे लेकर विस्तृत जानकारी भी दी गई है। जिसमें नित्यानंद ने अपने देश का नाम 'कैलासा' रखा। साथ ही राष्ट्रध्वज, पासपोर्ट एवं राष्ट्रीय फूल भी घोषित कर दिया है। इस तरह खुद को भगवान बताने वाले नित्यानंद ने 'कैलासा' नाम का स्वतंत्र देश स्थापित किए जाने के दावे किए हैं। मगर, उसके इन दावों की न तो यूएन की ओर से कोई पुष्टि की गई है और न ही भारतीय विदेश मंत्रालय मान रहा है कि ऐसा कुछ हुआ है।
नित्यानंद के खिलाफ केस दर्ज होने के बाद से ही पुलिस-प्रशासन उसे खोजने में लगे थे, तभी पता चला कि नित्यानंद तो देश से भाग चुका है। उसके विदेश जाने या न जाने को लेकर जब पत्रकारों द्वारा भारतीय विदेश मंत्रालय से जानकारी मांगी गई, तो कहा गया कि इसकी पुष्टि नहीं कर सकते कि नित्यानंद कहां पर है। मंत्रालय के प्रवक्ता का कहना है कि हमें अभी नित्यानंद के प्रत्यर्पण के लिए कोई अनुरोध नहीं मिला है। वहीं, अब गुजरात पुलिस ने इंटरपोल की मदद लेने की बात कही है। पुलिस पहले ही कह चुकी है कि नित्यानंद 'त्रिनिदाद एंड टाेबैगाे' में हो सकता है, क्योंकि पिछले दिनों उसके साथ की 2 लड़कियों की लोकेशन वहां ट्रैस हुई थी।
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