गुजरात के विकास में 'वाइब्रेंट गुजरात सम्मेलन' की सफलता का व्यापक योगदान
गांधीनगर, 20 जून। 'वाइब्रेंट गुजरात सम्मेलन' की शुरुआत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (गुजरात के तत्कालीन मुख्यमंत्री) ने राज्य में निवेशकों को आकर्षित करने, प्रदेश के सामाजिक-आर्थिक विकास में तेजी लाने और औद्योगिक क्षेत्र में पर्याप्त रोजगार पैदा करने के व्यापक उद्देश्य के साथ की थी। 2003 में पहला वाइब्रेंट गुजरात सम्मेलन शुरू होने के बाद 2019 तक यह द्विवार्षिक सम्मेलन आयोजित होता रहा। लेकिन, 2021 में वाइब्रेंट गुजरात सम्मेलन को कोरोना वायरस वैश्विक महामारी के कारण रद्द करना पड़ा। इसका 10वां संस्करण इस साल 10 से 12 जनवरी को फिर आयोजित किया गया था, लेकिन कोविड-19 के ओमिक्रॉन वेरिएंट के चलते फिर से स्थगित करना पड़ गया।
दो दशकों में गुजरात ने की काफी प्रगति
गुजरात ने पिछले दो दशकों में वाणिज्यिक और औद्योगिक क्षेत्रों में काफी प्रगति की है। ऐसा इसलिए संभव हुआ है, क्योंकि वाइब्रेंट गुजरात सम्मेलन की वजह से देश-विदेश के निवेशक और व्यवसायी राज्य में विभिन्न प्रकार के व्यवसाय और निवेश कर रहे हैं। राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय नेता और प्रतिनिधिमंडलकों का भी इसमें सक्रिय योगदान रहा है। वाइब्रेंट गुजरात ग्लोबल ट्रेड शो के माध्यम से उत्पादों को प्रदर्शित करके उपभोक्ताओं का एक व्यापाक आधार भी विकसित किया जा सकता है।
26 लाख रोजगार सृजित हो रहे हैं
गुजरात में वाइब्रेंट समिट की वजह से कई नई व्यावसायिक इकाइयां विकसित हो रही हैं। इसके अलावा गुजरात देश-विदेश में टूरिज्म हब के रूप में भी विकसित हुआ है। वाइब्रेंट गुजरात सम्मेलन की व्यापक सफलता को राज्य में रोजगार के पर्याप्त अवसर पैदा करने के रूप में देखा जा सकता है। वर्तमान में राज्य में 10 लाख सूक्ष्म, मध्यम और बड़ी औद्योगिक इकाइयों द्वारा लगभग 26 लाख रोजगार सृजित किए जा रहे हैं। गुजरात अब पेट्रोकेमिकल, नमक और प्लास्टिक उत्पादन का केंद्र बन गया है।
बिजनेस एंटरप्रेन्योर्स बहुत बड़ा प्लेटफॉर्म
'वाइब्रेंट गुजरात सम्मेलन' निवेशकों को विभिन्न प्रशासनिक प्रक्रियाओं को सुव्यवस्थित करने के लिए B2G और B2B बैठकों का मौका देता है, जिससे बिजनेस टू बिजनेस डील हो सके। यानी बिजनेस एंटरप्रेन्योर्स के लिए ये एक बहुत बड़ा प्लेटफॉर्म है। इस वाइब्रेंट समिट में निवेशकों को विभिन्न क्षेत्रों में निवेश करने में आने वाली चुनौतियों या अवसरों से अवगत कराने के लिए विभिन्न सेमिनार भी आयोजित किए जाते हैं।
व्यवसायियों को मिल रही है सफलता
एक मशहूर व्यवसायी, जे.डी. पटेल ने कहा,
एक छोटी कंपनी शुरू करने की कोशिश कर रहा था, लेकिन वित्तीय समस्याएं थीं। वाइब्रेंट सम्मेलन में B2B बैठक कर हाल में ही अच्छी पार्टनरशिप के साथ व्यापार करने में सफल हो पाया हूं।
एक व्यवसायी अतुलभाई ने कहा,
निवेश के लिए पर्याप्त पूंजी और संसाधन होने के बावजूद, कहां और कैसे निवेश करना है, इस जानकारी का अभाव था। निवेश के तमाम अवसरों की जानकारी मुहैया कराने के नजरिए से यह वाइब्रेंट समिट एक महत्वपूर्ण मंच साबित हुआ है। समिट में अच्छे और अनुभवी व्यक्तियों के साथ मुलाकात और परामर्श के आधार पर स्टार्ट-अप शुरू करना सफलता की गारंटी है।
अनुभवी उद्यमियों के लिए एक सफल मंच
अतुलभाई ने आगे कहा कि,
वाइब्रेंट समिट निवेशकों और अनुभवी उद्यमियों के लिए एक सफल मंच बन गया है।
निवेशकों को अनुभव के साथ जोड़ता है ये मंच
वाइब्रेंट समिट के माध्यम से अब तक राज्य में सैकड़ों लोगों ने करोड़ों रुपए के एमओयू साइन किए हैं और इसके कारण कई सफल इकाइयां भी स्थापित हुई हैं। इस प्रकार, यह मंच, जो औद्योगिक चेतना और स्वरोजगार को जोड़ता है, निवेशकों को अनुभव के साथ जोड़ता है, राज्य के विकास इंजन को बढ़ाते रहने का अभूतपूर्व काम करता है।
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भाजपा सरकार ने हमेशा गुजरात के विकास के लिए काम किया है, जिसमें राज्य सरकार का वाइब्रेंट गुजरात सम्मेलन व्यापार की आसानी और सफलता के लिए सबसे अनोखी पहल साबित हुई है। इसके परिणामस्वरूप ईज ऑफ डूइंग बिजनेस की रैंकिंग में भी सुधार हुआ है। गुजरात सरकार की इन विकासात्मक पहलों ने हमेशा गुजरात और देश को आगे रख कर काम किया है।