गुजरात: किडनी की बीमारी से ग्रस्त मरीज से हारा कोरोना, लेकिन नहीं बच पाईं 2 महिलाएं
वडोदरा। गुजरात के वडोदरा में कोरोना वायरस से जूझते मरीजों की चौंकाने वाली खबर आई। यहां एक किडनी से ग्रस्त मरीज ने कोरोना को मात दे दी। जबकि, दो महिलाएं कोरोना के कारण जान गंवा बैठीं। गोत्री कोविड अस्पताल में यूसूफभाई पिछले चौदह दिनों से भर्ती थे। अंतत: बुधवार शाम को ठीक हो गए। जिससे उनके चेहरे पर खुशी झलक रही थी। एक डॉक्टर ने कहा कि, डायालिसिस और किडनी की बीमारी के शिकार युसूफ को कोरोना मुक्त करना बड़ी चुनौती थी, लेकिन चिकित्सकों और पैरामेडिकल स्टाफ के आत्मविश्वास और मेहनत से वह स्वस्थ हो गया। स्वस्थ होकर वह घर के लिए रवाना हो गए हैं। चिकित्सक डॉ. नयन गवली ने अपनी टीम के साथ उनका उपचार किया था।
युसूफ ने कहा, ''मैं कोरोना संक्रमित पाए जाने पर 29 अप्रेल को हॉस्पिटल में लाया गया था, मुझे कोविड सेन्टर में रखा गया था। मुझे किडनी की बीमारी है और डायालिसिस की आवश्यकता होती है। रक्तचाप बढ़ जाने पर 8 मई को गोत्री कोविड में लाया गया। डायालिसिस के साथ उपचार भी किया गया। अब पूरी तरह से स्वस्थ हूं और अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है। एक अन्य मरीज रोशन पटेल भी 20 दिनों से चिकित्सकों की निगरानी में थे। वे भी स्वस्थ हो गए और घर के लिए रवाना हो गए। इस मरीज को ऑक्सीजन की आवश्यकता हुई थी, लेकिन अब स्वस्थ है।'
युसूफ ने कहा कि, 'फिलहाल मुझे कोई भी दिक्कत नहीं है। अस्पताल में रहने-खाने की सभी सुविधाएं बेहतर थीं। मैं राजमहल रोड पर रहता हूं। अब घर लौटा हूं।' वहीं, वडोदरा में कोरोना से दो वृद्धाओं की मौत हो गई है। कोरोना वायरस व्यक्तियों के लिए सरकार की मार्गदर्शिका के अनुसार इन महिलाओं की दफन विधि की गई। वडोदरा शहर की लालकोर्ट के निकट अकबर मंजिल के निकट मस्क वाला हाउस निवासी फातिमाबीबी गुलामनबी मसकवाला को 9 मई को निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां 11 मई को उनकी रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव पाई गईं। दूसरी महिला वाडी मोगलवाडी निवासी काबराबीबी शेख (65) थी।