यह सीए बन गया खूंखार अपराधी, मर्डर समेत 52 चोरियां कीं, 5 साल बाद चढ़ा अब हत्थे
अमरेली। यहां लोकल क्राइम ब्रांच (एलसीबी) की टीम ने राजकोट के वांटेड चार्टर्ड अकाउंटेंट को दबोच लिया। उसकी पहचान श्याम विजयभाई धनेश के रूप में हुई। श्याम विजयभाई धनेश वही अपराधी है, जो हत्या एवं चोरी के 52 मामलों में पुलिस द्वारा खोजा जा रहा था। गुजरात पुलिस को उसकी तलाश पिछले पांच सालों से थी। सीए होने के बावजूद वह सडक़ों पर अकेली महिलाओं के गले से सोने-चांदी की चेन छीनने की वारदातें अंजाम दे रहा था।
क्राइम ब्रांच (एलसीबी) के अधिकारी ने बताया कि, सावरकुंडला पुलिस के सहयोग से उसे अमरेली रोड से गिरफ्तार किया गया है। धनेश से 3 लाख की कीमत से अधिक के गहने भी जब्त किए गए हैं। पुलिस की पूछताछ में धनेश ने बताया कि उसने राज न खुल जाने के डर से अपने परिचित साथी की सोते समय हत्या कर दी थी। उसने सावरकुंडला में 3, सूरत में 39, राजकोट में 6, जामनगर में 2 और वडोदरा में 2 मिलाकर 52 छीना-झपटी की वारदातें कीं।
ताज्जुब की बात यह है कि, धनेश ने राजकोट से सीए की पढ़ाई की थी। बावजूद इसके वह अपराध की राह पर चल पड़ा। उसकी करतूतों के बारे में एक परिचित युवक को पता चल गया था। जिसका नाम जिग्नेश धाकन था। धनेश को लगा कि, जिग्नेश धाकन कहीं पुलिस के सामने उसकी सच्चाई न उगल दे, इसी डर से धनेश ने उसे मौत के घाट उतार दिया। उसे लोहे के सरिया से मारा था। उसके बाद धनेश अमरेली, जामनगर, राजकोट और सूरत जैसे शहरों में छिपकर रहा और लूट व छीना-झपटी की वारदातें अंजाम देता रहा। पिछले पांच वर्षों में धनेश ने विभिन्न शहरों में अपराधिक गतिविधियां अंजाम दीं।
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