गुजरात: महिला वोटरों की संख्या में बढ़ोतरी, प्रधानमंत्री मोदी ने की नारी शक्ति की तारीफ
अहमदाबाद। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के गृहराज्य गुजरात में इस साल चुनाव होने हैं। इसलिए सभी दल अपने-अपने स्तर पर तैयारियों में जुट गए हैं। हाल में गुजरात आए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आगामी गुजरात विधानसभा चुनावों के लिए महिला मतदाताओं का जिक्र किया। मोदी ने महिला सशक्तिकरण के बारे में बात की, और अपनी दो दिवसीय यात्रा के दौरान उनके लिए करोड़ों की योजनाओं की भी घोषणा की। हालांकि, आलोचक भाजपा सरकार की उपलब्धियों पर सवाल उठाने के लिए राज्य में महिला सुरक्षा के निराशाजनक आंकड़ों की ओर इशारा कर रहे हैं।

सरकारी आंकड़ों में गुजरात में महिला मतदाताओं की संख्या बढ़कर 2.14 करोड़ हो गई है, जो 2017 में विधानसभा चुनाव के दौरान मतदान करने वाली महिलाओं की तुलना में 3.45 प्रतिशत अधिक है। वहीं, पुरुष मतदाताओं की संख्या 3.05 प्रतिशत बढ़ी है, जो 2017 के 2.25 करोड़ मतदाताओं से बढ़कर 2.32 करोड़ हो गई है। महिला मतदाताओं की वृद्धि के बारे में बात करते हुए मोदी ने महिला सशक्तिकरण के प्रतीक पंचमहल में महाकाली मंदिर पर पारंपरिक झंडा फहराया। वहीं, भाषण के जरिए माताओं, बहनों और बेटियों को संबोधित किया। हालांकि, भाजपा के विरोधियों का ध्यान इस ओर आकृष्ट हो रहा है कि पिछले दो वर्षों में राज्य में बलात्कार और सामूहिक बलात्कार के 3,857 मामले दर्ज किए गए हैं।

भाजपा सरकार द्वारा पिछले विधानसभा बजट सत्र के दौरान पेश किए गए आंकड़ों के अनुसार, औसतन हर दिन पांच से अधिक महिलाओं के साथ बलात्कार किया गया। कांग्रेस विधायकों के सवालों का जवाब देते हुए गृह राज्य मंत्री हर्ष सांघवी ने कहा कि, दिसंबर 2021 को समाप्त दो वर्षों के दौरान सामूहिक बलात्कार के 61 मामले दर्ज किए गए। गुजरात कांग्रेस के उपनेता शैलेश परमार ने भाजपा सरकार की आलोचना करते हुए कहा, "तथाकथित सुरक्षित गुजरात के बावजूद और सरकार द्वारा 'सुरक्षा सेतु' जैसे महिलाओं की सुरक्षा के लिए विभिन्न कार्यक्रम चलाने के बावजूद, राज्य में एक दिन में पांच से अधिक बलात्कार हुए। ऐसा क्यों?"

अहमदाबाद में सबसे ज्यादा दुष्कर्म के मामले
गुजरात में बलात्कार के सबसे अधिक मामले अहमदाबाद (729) में दर्ज किए गए हैं, उसके बाद सूरत (508) और वडोदरा (183) में दर्ज किए गए है। इसी तरह अधिकांश सामूहिक बलात्कार अहमदाबाद (16) में दर्ज किए गए, उसके बाद राजकोट (7) और सूरत (5) में दर्ज किए गए।