वीडियो देखकर लड़की ने दिव्यांग युवक को चुना अपना जीवनसाथी, फेरे के वक्त खुद ही व्हीलचेयर भी चलाई
सुरेंद्रनगर। गुजरात में आए रोज कहीं न कहीं अनोखी शादियां हो रही हैं। इस बार सुरेंद्रनगर स्थित गायत्री मंदिर में हुई शादी चर्चा में है। यहां एक लड़की ने दिव्यांग युवक को अपना जीवनसाथी चुना। मंडप में फेरे के दौरान उसने खुद ही दूल्हे की व्हीलचेयर भी चलाई। इस तरह दोनों दोनों विवाह.बंधन में बंध गए। इस अनोखी की शादी के बारे में सुन-सुनकर लोग ताज्जुब करने लगे। वहीं, जिन्होंने सात फेरों की प्रक्रिया देखी वे भौंचक्के रह गए। अब इस शादी का वीडियो भी जमकर वायरल हो रहा है।
लड़की द्वारा विकलांग व्यक्ति से विवाह करने से जुड़ा एक दिलचस्प किस्सा भी सामने आया है। दरअसल, पोरबंदर जिले के मोराणा गांव की रहने वाली हिनाबा ने सुरेंद्रनगर के रहने वाले दिव्यांग दिग्विजय को एक वीडियो में देखा था। दिग्विजय ने कुछ समय पहले ही दिव्यांग इंटरनेशनल व्हीलचेयर क्रिकेट टूर्नामेंट में भाग लिया था। जिसका वीडियो वायरल होने पर हिनाबा ने उसे देखा और उससे ब्याह रचाने का फैसला कर लिया। किसी तरह हिनाबा ने दिग्विजय से संपर्क किया और मन की बात कह दी। फिर दोनों ने शादी करने का फैसला कर लिया। अपने-अपने घरवालों को बताया।
घरवाले राजी हो गए। उसके बाद शादी करने के लिए दुल्हन और दूल्हे सुरेंद्रनगर स्थित गायत्री मंदिर में पहुंचे। सुरेंद्रनगर गुजरात का ही एक जिला है। ये दुल्हन और दूल्हे यहीं के गायत्री मंदिर में विवाह.बंधन में बंधे। विवाह के दौरान जब दुल्हन हिनाबा ने दूल्हे की व्हीलचेयर चलाई तो यह मोमेंट वीडियो में कैद हो गया। लोगों ने कहा कि, विवाह ऐसे होते हैं। अब इस शादी के दूर-दूर तक चर्चे हो रहे हैं।
गुजरात में ही इससे पहले एक और अनोखी शादी जूनागढ़ में हुई थी। जहां साढ़े 5 फुट की एक नेत्रहीन युवती ने 13 साल बड़े 3 फुट के सरकारी टीचर से ब्याह किया। युवती 29 साल की, वहीं दूल्हे की उम्र 42 साल थी। दुल्हन बनी युवती का नाम शांता मकवाणा। वहीं दूल्हा रमेश भाई सडोदर गांव के सरकारी स्कूल में टीचर हैं।
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दोनों का विवाह समारोह सत्यम सेवा युवक मंडल के प्रयासों से ही संपन्न हुआ। जहां अब तक यूं तो बहुत.सी शादियां हुईं, लेकिन इन दोनों शादी सबसे अनोखी शादी हुई। इस जोड़ी की एक खास बात यह भी रही कि दुल्हन नेत्रहीन थी और दूल्हा बौना। हालांकि, दोनों अच्छे.खासे पढ़े लिखे हैं।