सूरत की लाजपोर जेल में उम्रकैद भुगत रहे नारायण साईं की बैरक के पास मिला मोबाइल, हुई FIR
सूरत। गुजरात में सूरत की लाजपोर जेल में नारायण साईं की बैरक के पास मोबाइल फोन बरामद हुआ। जिसके बाद जेलकर्मियों के बीच हलचल मच गई। जेलर केजे धारगे ने इस संबंध में कैदी नारायण साईं, मुश्ताक परमा, परेश जोगडिय़ा, कुतुुबुद्दीनु सैयद, नवीन गोहिल पर संदेह जताते हुए एफआईआर दर्ज करा दी। बताया गया कि, गुरुवार रात जेल में तलाशी के दौरान मोबाइल बैरक नम्बर 5 व 66 के बीच एक शौचालय में मिला।
नारायण साईं आसाराम का बेटा है और उसे भी बलात्कार के मामले में उम्रकैद हुई थी। गिरफ्तारी के बाद सजा होने पर नारायण साईं को सूरत की आधुनिक जेल में लाया गया था। लाजपोर जेल सुरक्षा के लिए लिहाज से आधुनिक मानी जाती है, लेकिन यहां भी नारायण साईं की बैरक के पास से मोबाइल फोन मिलने का मामला सामने आने पर सवाल उठने लगे हैं। एक जेलकर्मी के मुताबिक, रुटीन तलाशी के दौरान शौचालय के पास हलचल हुई थी, जिसके बाद रात में मोबाइल फोन मिला।
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जिस शौचालय में मोबाइल मिला, वो कैदियों की बैरक के पास है। कैदी नारायण साईं, मुश्ताक परमा, परेश जोगडिय़ा, कुतुुबुद्दीनु सैयद, नवीन गोहिल ही वो कैदी हैं, जो वहां मौजूद थे। ऐसे में जेलर द्वारा इन्हीं को केंद्र में रखकर एफआईआर कराई गई है। वहीं, मोबाइल की पड़ताल भी की जा रही है। सूरत पुलिस के अनुसार, नारायण साईं को सजा 2013 में एक पीड़िता की शिकायत के आधार पर शुरू हुए केस से हुई। उस वक्त सूरत पुलिस ने नारायण साईं के खिलाफ मामला दर्ज कर उसे गिरफ्तार किया था। वर्ष 2019 में कोर्ट ने नारायण साईं को दोषी करार देते हुए आजीवन कारावास की सजा सुनाई। तब से नारायण साईं इसी जेल में बंद है।