गुजरात: दलित सैन्यकर्मी दूल्हे के घोड़ी चढ़ने पर हुई पत्थरबाजी, पुलिस सुरक्षा में हुई शादी
बनासकांठा। गुजरात के बनासकांठा जिले में एक सैन्यकर्मी दलित युवक के घोड़ी चढ़ने को लेकर बवाल हो गया। जानकारी के मुताबिक, घटना शरीफ्डा गांव की है। रविवार की सुबह 11 बजे आकाश कुमार कोइटिया (22) की शादी का कार्यक्रम चल रहा था। शादी के लिए कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की गई थी, बावजूद इसके दूसरे समुदाय की ओर से पत्थरबाजी की गई। पुलिस ने मामले में 11 लोगों के खिलाफ बनासकांठा के पुलिस स्टेशन में केस दर्ज किया है।
दूल्हे के घोड़ी चढ़ने को लेकर मिली थी धमकी
आकाश सेना की मिलिट्री पुलिस विंग का हिस्सा हैं। वह बेंगलुरु से अपनी ट्रेनिंग पूरी कर गांव लौटे थे। आकाश की पोस्टिंग मेरठ में होनी थी। अपनी शादी के लिए वह छुट्टी पर घर आए थे। आकाश के बड़े भाई विजय कोइटिया का आरोप है कि ठाकुर कोली समुदाय के कुछ लोगों से उन्हें पहले भी धमकी मिली थी। उन्होंने कहा कि था कि अगर दूल्हा घोड़ी पर चढ़ा तो बारात को गांव से नहीं जाने देंगे।
सुरक्षा के बावजूद हुआ हमला
विजय ने बताया कि उन्होंने विवाह के लिए पुलिस ने लिखित में सुरक्षा की मांग की थी, जिसपर उन्हें 6-7 पुलिसकर्मी मुहैया कराए गए थे। ये पुलिसकर्मी विवाह समारोह स्थल पर ही तैनात थे। सुरक्षा के बीच उनका भाई आकाश घोड़ी पर चढ़ा और बारात निकली। गांव से निकलने के दौरान कुछ लोगों के एक समूह ने पत्थर फेंकना शुरू कर दिया। आनन-फानन में दूल्हे को बचाकर पुलिस की वैन में ले जाया गया। हालांकि, इस दौरान पत्थरबाजी में उनकी रिश्तेदार दो महिलाएं और एक अन्य शख्स घायल हो गया। उन्होंने बताया कि आकाश खुद सेना में हैं और जम्मू-कश्मीर में उनकी तैनाती है।
सुरक्षा के बीज संपन्न हुई शादी
दलित एक्टिविस्ट दलपत भाटिया ने बताया कि घटना के बाद पुलिस की कई टीमों को गांव में भेजा गया। करीब 50-60 पुलिसकर्मियों को बारात में भेजा गया। सुरक्षा के बीच दूल्हा अपनी बारात के साथ दुल्हन के गांव पालनपुर तालुका के सुंधा पहुंचा। उन्होंने बताया कि कड़ी सुरक्षा के बीच विवाह संपन्न हो गया है। उधर, दूल्हे के परिजनों ने पुलिस से मामले की शिकायत की है, जिसपर संज्ञान लेते हुए बनासकांठा पुलिस ने ठाकुर कोली समुदाय के 11 लोगों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है। आरोपियों की पहचान सेनजी कोली, शिवाजी कोली, दीपक कोली, तुषार कोली, भवन कोली, विनोद कोली, रामजी कोली, दीपक ईश्वर कोली, बाई कोली, मंजू कोली और जीतू कोली के रूप में की गई है।
पहले भी सामने आते रहे हैं ऐसे मामले
बता दें, गुजरात में ऐसी घटनाएं पहले भी सामने आ चुकी हैं। पिछले साल 12 मई को अरावली जिले की मोदासा तहसील के खाम्बीसार गांव में दलित समुदाय से ताल्लुक रखने वाले जयेश राठौड़ की शादी थी। बारात के लिए घोड़ी का इंतजाम किया गया था। दलित दूल्हे के घोड़ी चढ़ने को लेकर उच्च जाति के लोगों ने बारात पर पथराव किया था। इस दौरान दूल्हे के घोड़ी को भी काफी चोट लगी थी और वह घायल हो गई थी। इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई थी। घोड़ी की मौत के बाद पुलिस ने उच्च जाति के 43 लोगों के खिलाफ आईपीसी की धारा 429 (उपद्रव के दौरान पशु की मौत) के तहत केस दर्ज किया था।
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