बेटा मां की लाश लेने कनाडा से आया गुजरात, अस्पतालकर्मियों ने बॉडी किसी और को दे दी, दाह संस्कार भी हो गया
अहमदाबाद। गुजरात में अहमदाबाद के एक हॉस्पिटल में स्टाफ की बड़ी लापरवाही सामने आई है। हॉस्पिटल के स्टाफ ने अपनी मोर्चरी से एक वृद्धा की लाश किसी दूसरे परिवार को सौंप दी। वृद्धा का अंतिम संस्कार भी हो गया। इसका पता तब चला जब उस वृद्धा का बेटा कनाडा से मां की लाश लेने आया। बेटे को जब मोर्चरी में मां की लाश नहीं मिली तो वह चिंतित हो उठा। वहां, उसके पूछे जाने पर हॉस्पिटल के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि 'लाश की अदला-बदली हो गई'। उन्होंने बताया कि लाश ले जाने वाली अन्य फैमिली के सदस्य को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।
अब इस मामले में सवाल यह उठ रहा है कि, हॉस्पिटल के स्टाफ ने भला दूसरे परिवार को वृद्धा की लाश दी ही क्यों? और लाश जाते समय ही उसकी पहचान क्यों नहीं की गई। बता दें कि, यह मामला अहमदाबाद के वीएस हॉस्पिटल से सामने आया है। वीएस हॉस्पिटल एलिस ब्रिज इलाके में स्थित है। इसी हॉस्पिटल की मोर्चरी से एक वृद्धा का शव किसी दूसरे परिवार को सौंप दिया गया। उस वृद्धा का नाम लेखाबेन चंद (65) था। लेखाबेन चंद (65) वेजलपुर की रहने वाली थी।
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लेखाबेन चंद (65) के परिजनों के मुताबिक, उनका 11 नवंबर को देहांत हो गया था। हालांकि, बेटा कनाडा में रह रहा था। वह वहां से आने वाला था, इसलिए बाकी परिजनों ने लाश को मोर्चरी में रखवा दिया था। हालांकि, जब 13 नवंबर को मृतका का बेटा अहमदाबाद पहुंचा और हॉस्पिटल में गया तो वहां उसे अपनी मां की डेड बॉडी नहीं मिली। इस हॉस्पिटल के बारे में लेखाबेन चंद के परिवार से यह भी पता चला है कि, हॉस्पिटल में सीसीटीवी कैमरे ही नहीं हैं और उसने ऐसी लाशों का कोई रिकॉर्ड भी नहीं रखा। ऐसे में यहां लाशों की अदला-बदली या गायब हो जाने की आशंका बढ़ गई हैं।