वाघेला बोले- गुजरात में शराबबंदी का क्या मतलब, हमारी सरकार बनी तो कर देंगे खुली छूट
नवसारी। गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री शंकरसिंह वाघेला ने शराबबंदी को लेकर मौजूदा भाजपा सरकार को फिर आड़े हाथों लिया। वाघेला बोले कि, यहां ऐसी शराबबंदी की कोई जरूरत नहीं है। मैंने इसमें सुधार करने के लिए कहा था, लेकिन कुछ नहीं किया गया। यदि मेरी सरकार बनी तो शराब की खुली छूट दे दूंगा।
'यहां हर 1 किलोमीटर पर शराब मिलती है'
वाघेला ने प्रजा शक्ति मोर्चा के लिए की गई प्रेस कॉन्फ्रेंस में आज नवसारी में यह बयान दिया। कहा कि, गुजरात में गांधी-सरदार के नाम पर शराबबंदी लगाई गई है, लेकिन हकीकत में हर 1 किलोमीटर पर शराब मिलती है। ऐसी खोखली शराबबंदी का कोई मतलब ही नहीं है। इसे फौरन हटा लेना चाहिए, ताकि गुजरात के लोगों को आबू व दीव न जाना पड़े। आगे उन्होंने कहा कि, अगर शराबबंदी रखनी है तो वैज्ञानिक तरीके से उसका अमल करवाना होगा।
'हम आए तो तुरंत ये कानून बदल देंगे'
वाघेला ने कहा कि, हमारे राज्य में ही शराबबंदी लागू है, लेकिन दिल्ही, बेंगलुरु और मुंबई में भी शराबबंदी नहीं है। तो क्या वहां किसी को कोई तकलीफ है? अगर भाजपा सरकार शराबबंदी हटाती है तो ठीक, वरना ऐसी कोई सरकार लाना जो इस खोखले नियम को बदल सके। अगर हमारी प्रजा शक्ति मोर्चा की सरकार बनती है तो इस कानून को तुरंत ही बदला जाएगा।
गहलोत के बाद अब वाघेला बोले- गुजरात में तो सीएम के घर के पीछे भी देशी शराब बिकती है
'शराब की छूट से इकोनॉमी को फायदा होगा'
वाघेला ने भाजपा सरकार में खोखली शराबबंदी होने की बात करते हुए कहा कि, शराबबंदी का कानून अब भ्रष्टाचार व गुंडागर्दी का जरिया बन चुका है। कागज पर शराब पीना मना है, लेकिन हररोज लाखों बोतलें भी पकड़ी जाती हैं और जो नहीं पकड़ी जाती उसे कई लोग पी रहे हैं। सरकार तमाशा देख रही है। इससे अच्छा है कि, शराब की छूट देकर राज्य के अर्थतंत्र को मजबूत करने का प्रयास किया जाए। इससे इकोनॉमी को फायदा होगा।