गुजराती व्यापारी ज्यादा लेते हैं ऋण, सरकार ने माना- यहां हर नागरिक पर औसतन ₹45948 का कर्ज
अहमदाबाद। गुजरात के व्यवसायी कर्ज लेने में अन्य राज्यों की तुलना में आगे हैं। यहां की सरकार ने यह माना है कि, प्रदेश पर कुल सार्वजनिक कर्ज 3 लाख करोड़ रुपए है, जो देश के कुछ राज्यों की तुलना में काफी ज्यादा है। राज्य सरकार की ओर से बताया गया कि, सूबे में 6.55 करोड़ आबादी के हिसाब से प्रति नागरिक पर औसत कर्ज 45,948 रुपए है। शिक्षा मंत्री जीतू वाघाणी ने कहा कि, राज्य का सार्वजनिक कर्ज जीडीपी का 16% है।

गुजरात सरकार पर 3,00,963 करोड़ का कर्ज
राज्य सरकार के मंत्री ने गांधीनगर में पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि, गुजरात का कुल कर्ज 3,00,963 करोड़ रुपए है। इस रकम को यदि राज्य की 6.55 करोड़ आबादी के हिसाब से जोड़कर देखा जाए तो प्रति नागरिक पर औसतन 45,948 रुपए कर्ज होगा। शिक्षा मंत्री जीतू वाघानी ने यह भी कहा कि, हमारे राज्य का सार्वजनिक कर्ज जीडीपी का केवल 16% ही है, जबकि कुछ राज्यों में यह काफी ज्यादा है।
वाघाणी ने कहा,
हमारी सरकार गुजरात में विभिन्न परियोजनाओं को पूरा करने में जुटी है। यहां 12,200 करोड़ रुपए की सड़क परियोजनाएं अगले अक्टूबर तक पूरी हो जाएंगी। एक परियोजना में उमरगाम से नारायण सरोवर तक कॉस्टल हाइवे बनना है। यह परियोजना 2,700 करोड़ रुपए की है।
बड़े-बड़े बिजनेसमैन गुजरात के रहने वाले
हालांकि, देश के शीर्ष बिजनेसमैन की बात की जाए तो टॉप-100 में लगभग चौथाई गुजरात से ताल्लुक रखते हैं। हजारों करोड़ लेकर विदेश भागा नीरव मोदी भी एक गुजराती परिवार से था। वहीं, एक अन्य आरोपी मेहुल चौकसी नीरव मोदी का मामा लगता है।