गुजरात में 10 महीने बाद खुले स्कूल, कोरोना के प्रकोप के बीच पढ़ने आए 10वीं-12वीं के बच्चे
राजकोट। कोरोना महामारी के प्रकोप के बीच गुजरात में कक्षा 10वीं और 12वीं के विद्यार्थियों के लिए स्कूल खोल दिए गए हैं। ऐसा करीब 10 महीने बाद हुआ है। लॉकडाउन के समय से ही ज्यादातर स्कूल बंद थे। न्यूज एजेंसी ने राजकोट के एक स्कूल की तस्वीर जारी की है, जिसमें देखा जा सकता है कि विद्यार्थी सोशल डिस्टेंसिंग को फॉलो करते हुए स्कूल में दाखिल हुए। उन्होंने मुंह पर मास्क पहना हुआ है। स्कूल परिसर में फर्श पर विद्यार्थियों के लिए सफेद रंग के गोले बनाए गए हैं, जहां वो खड़े होंगे।
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295
दिन
बाद
खुले
स्कूल
सूरत
सहित
दक्षिण
गुजरात
के
भी
हजारों
विद्यार्थी
घरों
से
स्कूल
के
लिए
निकले
हैं।
उन्हें
कोरोना
गाइडलाइन
फॉलो
करने
की
सलाह
दी
गई
है।
एक
रिपोर्ट
के
मुताबिक,
सूरत
सहित
दक्षिण
गुजरात
में
सरकारी,
ग्रांटेड
और
निजी
सहित
1200
स्कूल
हैं।
जिनमें
10वीं
और
12वीं
के
1.58
लाख
बच्चे
पढ़ते
हैं।
वहीं,
यह
अंदाजा
भी
लगाया
गया
है
कि,
सूरत
सहित
दक्षिण
गुजरात
के
85%
अभिभावकों
ने
सहमति
पत्र
दे
दिया
है।
जबकि,
15%
अभिभावकों
ने
सहमति
नहीं
दी,
क्योंकि
उन्हें
डर
है
कि
बच्चों
को
स्कूल
भेजना
सही
नहीं
होगा।
गुजरात में इसी माह से खुलेंगे स्कूल-कॉलेज, सरकार ने बताई तारीखें, ऑनलाइन पढ़ाई भी जारी रहेगी
स्कॉलरशिप
के
लिए
27
तक
आवेदन
राज्य
सरकार
की
ओर
से
विद्यार्थियों
के
लिए
एक
और
जरूरी
सूचना
दी
गई
है।
सरकार
ने
एक
अधिसूचना
जारी
कर
बताया
है
कि
छात्रवृत्ति
के
लिए
छात्र
27
जनवरी
तक
आवेदन
कर
सकते
हैं।
छात्रवृत्ति
छठवीं
और
नौवीं
के
छात्रों
को
मिलेगी।छात्रवृत्ति
पाने
के
लिए
छात्रों
को
परीक्षा
देनी
होगी।
राज्य
सरकार
के
मुताबिक,
छात्रों
के
5वीं
और
8वीं
में
भी
50
प्रतिशत
अंक
होना
जरूरी
है।
सरकारी
और
ग्रांट
इन
एड
स्कूलों
में
पढ़ने
वाले
प्राथमिक
और
माध्यमिक
छात्रों
के
लिए
छात्रवृत्ति
देने
के
लिए
यह
फैसला
आया
है।
छात्रवृत्ति
के
लिए
छात्रों
को
स्कूल
की
तय
फीस
भी
चुकानी
होगी।
सरकार
ने
कहा
है
कि,
छात्रवृत्ति
के
लिए
14
मार्च
को
परीक्षा
ली
जाएगी।
उसके
आधार
पर
ही
छात्रवृत्ति
बांटी
जाएगी।