गुजरात विधानसभा घेराव के दौरान कांग्रेस कार्यकर्ताओं और पुलिस के बीच बवाल
गांधीनगर। गुजरात विधानसभा के तीन दिवसीय सत्र की शुरुआत में विपक्षी कांग्रेस ने सोमवार को विधानसभा का घेराव करने का कार्यक्रम निर्धारित किया था। कांग्रेसियों को रोकने के लिए राज्य सरकार ने 2000 से अधिक पुलिस बलों को तैनाती की थी। पुलिस ने कांग्रेस नेताओं और कार्यकर्ताओं पर वाटर कैनन चलाया। रैली रोकने के लिए कई नेताओं को हिरासत में ले लिया गया।
सरकार के खिलाफ खोला मोर्चा
गैर-सचिवीय कर्मचारियों की परीक्षा में घोटालों को उजागर करने के लिये विपक्ष ने सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। परीक्षा के पेपर लीक होने के बाद कांग्रेस ने राज्यभर में प्रदर्शन किए। विधानसभा को घेराव करने के लिए गांधीनगर में कांग्रेस कार्यकर्ता सुबह से इकठ्ठा हो रहे थे। गांधीनगर के मुख्य मार्गों पर प्रवेश प्रतिबंध के कारण कांग्रेस ने पहले विरोध व्यक्त किया। देखते-देखते पुलिस औऱ कांग्रेस कार्यकर्ताओं के बीच संघर्ष शुरू हो गया।
पथराव और लाठीचार्ज
कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने पुलिस के वाहन पर पथराव किया। वाहनो के शीशे तोडे और पुलिस पर हमला भी किया। कार्यकर्ताओं ने पुलिस द्वारा लगाए गए बैरिकेड को भी तोड़ दिया। पुलिस ने बचाव में कार्यकर्ताओं पर लाठीचार्ज कर दिया। फिर वाटर कैनन से पानी का फव्वारा चलाया। पुलिस ने कांग्रेस नेताओं को हिरासत में ले लिया। कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अमित चावड़ा को भी विरोध प्रदर्शन छोडकर भागना पड़ा। उनके कपड़े भी फाड़ दिए गए। वह फटे कपड़े पहनकर विधानसभा में आए।
पुलिस ने नहीं करने दी रैली
राज्य के गृह विभाग ने कहा कि गांधीनगर में एकत्र हुए कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने पुलिस पर पत्थर फेंके और वाहनों के शीशे भी तोडे थे इसलिये पुलिस को सख्त बनना पडा था। पुलिस के पहरे के कारण कांग्रेस विधानसभा के आसपास नहीं पहुंच सकी। फिर विपक्ष कांग्रेस के कार्यकर्ता और प्रदेश नेता रैली करने के लिये सत्याग्रह शिविर में पहुंचे लेकिन पुलिस ने उनकी रैली को रोक दिया। सरकार के सीधे निर्देश से, कांग्रेस गांधीनगर में रैली नहीं कर सकी और उनका कार्यक्रम फ्लॉप साबित हुआ।