गुजरात में एशिया के सबसे लंबे रोप-वे का लोकार्पण करेंगे मोदी, 100 करोड़ की लागत से हो रहा तैयार
जूनागढ़। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अगले कुछ दिनों में गुजरात में कई प्रोजेक्ट्स का शिलान्यास और लोकार्पण करते नजर आएंगे। एक प्रोजेक्ट जूनागढ़ स्थित गिरनार रोप-वे वाला है, जिसकी लागत 100 करोड़ रुपए बताई जा रही है। जिसमें गिरनार की तलहटी से विश्व प्रसिद्ध अंबाजी मंदिर तक सिग्नल केबल वर्क इंस्टॉलेशन हो रहा है। यह रोप-वे एशिया में सबसे लंबा होगा। इस रोप-वे प्रोजेक्ट के पूरा होने के बाद गिरनार की तलहटी से अंबाजी तक की दूरी मात्र 7.5 मिनट में ही तय की जा सकेगी।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के हाथों होगा इस रोप का लोकार्पण
गिरनार हिल पर बन रहे रोप-वे का बड़ा फायदा यह होगा कि अंबाजी पहुंचने के लिए लोगों को 9999 सीढियां नहीं चढ़नी पड़ेंगी और लोग काफी ऊंचाई से गिरनार की सुन्दरता का लुत्फ भी उठा सकेंगे। अधिकारियों के मुताबिक, इस रोप का लोकार्पण आगामी 24 अक्टूबर को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के हाथों होगा। इस अवसर पर मुख्यमंत्री विजय रूपाणी जूनागढ़ में आयोजित समारोह में उपस्थित रहेंगे। पिछले दिनों जूनागढ़ के सांसद राजेश चुडास्मा ने रोप-वे के कार्य का निरीक्षण किया था। उनसे पहले पर्यटन मंत्री जवाहर चावड़ा भी काम-काज देखने आए थे।
अभी चढ़नी पड़ती हैं 9999 सीढियां
मालूम हो कि, गिरनार की पहाड़ी से अंबाजी के मंदिर की दूरी 900 मीटर है। अंबाजी के दर्शन करने के लिए श्रद्धालुओं को पहाड़ी का उूंचा-नीचा व घुमावदार रास्ता नापना पड़ता है। जिसमें भी लगभग 10 हजार सीढ़ियां हैं। ऐसे में रोप-वे बनने से यह काफी सुविधाजनक हो जाएगा।
देश के 51 शक्ति पीठ में से एक है अंबाजी
बता दें कि, अंबाजी का देवस्थान देश के 51 शक्ति पीठ में से एक है। मंदिर परिसर में अंबाजी माता की प्रतिमा के दर्शन किए जाते हैं। साल में लगने वाले मेले के दौरान यहां 25 लाख से अधिक तीर्थयात्री आते थे। परिसर की देख-रेख गुजरात तीर्थ विकास बोर्ड द्वारा भी की जाती है। एलईडी स्क्रीन को चाचर चौक में प्रदर्शित किया जाता है, ताकि यात्रीगण बाहर से भी माता के दर्शन कर सकें।
गुजरात में बड़ा मेला: 25 लाख से ज्यादा श्रद्धालु आएंगे अंबाजी के दर, देखिए कैसी हैं तैयारियां
सोने
से
सुशोभित
है
मंदिर
का
गुंबद
अंबाजी
मंदिर
के
गुंबद
को
सोने
से
सुशोभित
किया
गया
है।
अब
गब्बर
पर
अंबाजी
का
मंदिर
विकसित
किया
जाएगा।
पदयात्रियों
के
लिये
अंबाजी
गब्बर
पर
जाती
सीढ़ियों
की
मरम्मत
भी
की
गई
है।
इस
नवीनीकरण
के
लिए
15.67
करोड़
रुपये
खर्च
किए
गए।
इसके
अलावा,
रेस्तरां
और
प्रसाद
घर
के
लिए
26.90
करोड़
की
लागत
से
सुविधाएं
हुईं।