गुजरात: इस बार नहीं होगा नवरात्रि महोत्सव, कोरोना के चलते डॉक्टरों के एतराज के बाद CM रूपाणी ने की घोषणा
गांधीनगर। गुजरात में इस बार नवरात्रि महोत्सव होगा या नहीं, इसे लेकर पिछले काफी दिनों से कई तरह की अटकलें लग रही थीं। ऐसे में आज मुख्यमंत्री विजय रूपाणी द्वारा नवरात्रि महोत्सव नहीं किए जाने की घोषणा की गई है। रूपाणी ने कहा कि, हर बार की तरह इस वर्ष भी 17 से 25 अक्टूबर तक राज्य कक्षा के नवरात्रि महोत्सव का आयोजन होना था, लेकिन कोरोना महामारी को देखते हुए इस आयोजन को रद्द करने का निर्णय लिया गया है।
इससे पहले डिप्टी सीएम नितिन पटेल ने बताया था कि, गुजराती गरबा खेलने के लिए हंमेशा उत्सुक ही रहते हैं और राज्य सरकार इस बात को भलीभांति जानती है। लेकिन कोरोना महामारी को लेकर अभी नवरात्री के सेलिब्रेशन को लेकर कोई भी निर्णय नहीं लिया गया है। गुजरातियों के लिए तो गरबा जरूरी है, लेकिन कोरोना को रोकना इस समय की प्राथमिकता है। हालांकि, फिर भी चुस्त गाइडलाइंस के साथ इस त्योहार का सेलिब्रेशन करने की मंजूरी देने के बारे में सरकार विचार कर रही है। डिप्टी सीएम के इस बयान से डॉक्टर्स नाखुश हुए थे और उन्होंने साफ-साफ नवरात्रि रद्द करने की अपील भी की थी।
नवरात्रि सेलिब्रेशन से कोरोना का विस्फोट होने की आशंका जताते हुए कुछ डॉक्टर्स ने तो नवरात्रि के कारण संक्रमित होने वाले लोगों का इलाज नहीं करने की बात भी कही थी, तो राज्य के कुछ बड़े आयोजकों ने स्वैच्छिक रूप से इस वर्ष नवरात्रि का आयोजन रद्द करने की घोषणा पहले ही कर दी थी। तमाम बातों को ध्यान में रखते हुए आज आखिरकार सीएम रूपाणी ने सभी चर्चाओं पर पूर्णविराम लगाते हुए राज्य में नवरात्रि का आयोजन रद्द करने की घोषणा कर दी है।
रुपाणी के इस फैसले से ज्यादातर लोग भी खुश हुए हैं, क्योंकि उनका स्पष्ट रूप से मानना है कि, नवरात्रि में सोशल डिस्टेंन्स का पालन होना संभव नहीं है। इसी कारण कोरोना संक्रमण बढ़ने की पूरी संभावना थी। लेकिन सीएम रुपाणी ने नवरात्रि का सेलिब्रेशन रद्द करने का फैसला लेकर राज्य को बड़े खतरे से उबार लिया है।