12 साल के लड़के को लेकर भागने लगा तेंदुआ, खेत में मां-बहन ने जान पर खेलकर बचाया
पंचमहाल। गुजरात में इंसानों पर शेर-तेंदुए के हमले कहीं न कहीं होते ही रहते हैं। यहां पहाड़ी व जंगल क्षेत्रों में अब तक काफी बच्चे बुजुर्ग जंगली पशुओं का शिकार बन चुके हैं। एक घटना पंचमहाल जिले की है, जहां एक तेंदुए ने खेत पर चारा ले रहे 12 साल के बच्चे पर हमला कर दिया। वहीं, पास में उसकी मां और बहन भी मौजूद थीं। तेंदुए को देखकर उन्होंने लड़के को बचाने की कोशिश की।
किसी तरह वे कामयाब हो गईं, हालांकि तब तक तेंदुए के हमले में 12 साल का लड़का काफी जख्मी हो गया था। जिसे बाद में अस्पताल ले जाया गया। जहां उसका उपचार किया गया। उधर, गांव में जब यह पता चला कि, खेत पर लड़के की मां-बहन ने जान पर खेलकर उसे बचाया है... तो सभी उनकी तारीफ करने लगे।
संवाददाता ने बताया कि, घटना घोघम्बा तहसील के गोयासुंडल गांव की है, जहां लड़का और उसकी मां-बहन खेत में चारा ले रहे थे। तभी एक तेंदुआ आ गया और उसने लड़के की गर्दन पकड़ी। वह लड़के को खींचकर ले जाने लगा। तब हिम्मत करके मां-बहन दौड़ीं। तेंदुए में डंडा फेंककर मारा। जिसके चलते तेंदुए ने लड़के को छोड़ दिया और फिर जंगल की तरफ निकल गया। इस दौरान शोर सुनकर स्थानीय लोग भी इकठ्ठा हो गए।
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इससे पहले भी इसी तहसील के कांसु गांव में 12 वर्षीय किशोर को तेंदुआ अपना शिकार बना चुका था। साथ ही वावकुल्ली, चांठा, मालू और धरमखेतर में अलग-अलग पांच लोगों पर तेंदुआ हमला कर चुका है। दो दिन पहले ही घर के पास नहा रही महिला भी तेंदुए के हमले से जख्मी हुई थी। इसी कारण खूंखार तेंदुओं को जल्द से जल्द पकड़ने की मांग लोग कर रहे हैं।