गुजरात में रोजगार मिलने पर 200 से ज्यादा प्रवासी श्रमिकों ने कैंसिल कराई अपनी टिकट
नवसारी। कोरोना-लॉकडाउन फेज-4 के दरम्यान राज्य सरकार ने काम-धंधे एवं लघु-उद्योगों को छूट दे दी है। जिसके चलते लाखों मजदूरों वापस अपनी ड्यूटी पर लौट पड़े हैं। ऐसे लोगों में प्रवासी मजदूरों की भी काफी तादाद है। यहां नवसारी से भी आज अच्छी खबर सुनने को मिली। रोजगार मिलने पर यहां यूपी-बिहार के 200 से ज्यादा लोगों ने घर लौटने का विचार त्याग दिया। उन्होंने अपनी टिकट रद्द करा दी हैं।
संवाददाता ने बताया कि, नवसारी अब ग्रीन जोन के रूप में संक्रमण मुक्त होने की ओर है। इसलिए यहां उद्योग-धंधे शुरू किए गए हैं और मजदूरों की आवश्यकता पड़ने लगी है। ऐसे में जो मजदूर अपने घर जाने का इरादा रख रहे थे, उन्हें काम मिल गया है। इसलिए मजदूरों ने अपने घर जाने का विचार त्याग दिया है। वरना, इन दिनों प्रवासी समय पर ट्रेनें और बसों की व्यवस्था नहीं होने के चलते सड़कों पर उग्र होकर प्रदर्शन कर रहे थे।
बहरहाल, नवसारी की ही बात करें तो कोरोना के संक्रमण के चलते यहां से करीब 15 हजार मजदूर अपने घर चले गए हैं। काफी लोग तो पैदल ही रवाना हुए। उन्होंने रास्ते में काफी परेशानियों का भी सामना किया, इन हालतों को देखकर सचमुच रोना आता है। राज्यों में आपसी तालमेल के अभाव में काफी प्रवासी मजदूर सीमाओं पर अटके पड़े हैं। जहां ये परिवार के साथ बहुत ही मुश्किलों से अपने दिन काट रहे हैं।
इधर, बिजलपोर के रामनगर, शनेश्वरनगर और अन्य इलाकों के श्रमिकों ने इलाहाबाद, पटना, गोरखपुर, लखनऊ जाने के लिए ट्रेनों के टिकट बुक करवा लिए थे। लेकिन अब नवसारी में रोजगार मिलने के कारण उन्होंने अपनी टिकट कैंसल करवा दी है। इन्हें विश्वास है कि अब शहर एक बार फिर दौड़ने लगेगा।
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