तेंदुए ने मचा रखा था गांव में आतंक, बुजुर्ग को काटने दौड़ा तो उसका एक डंडा लगते ही हुआ ढेर
अहमदाबाद. दक्षिण गुजरात में डांग जिले के अंजनकुंड गांव में एक तेंदुआ गांववालों के बीच दहशत का पर्याय बना हुआ था। इकले-दुकले लोगों पर वह हमला कर देता था। गुरुवार देर शाम वह अंजनीकुंड में घुसा और भेड़-बकरियों का शिकार करने की कोशिश की। उसे देखकर गांव में हड़कंप मच गया। बीते दिन तेंदुए की मुठभेड़ 55 वर्षीय लक्ष्मण महादुभाई बरडे से हुई। तेंदुए ने लक्ष्मण महादुभाई बरडे को काट खाने को छलांग लगाई। मगर, लक्ष्मण महादुभाई बरडे के हाथ में डंडा था, जो उन्होंने जोर से तेन्दुए में मारा।
डंडा तेंदुए के सिर में लगा और उसकी मौके पर ही मौत हो गई। वहीं, इस घटना के बाद लोगों ने घायल लक्ष्मण को आहवा सिविल अस्पताल पहुंचाया। तेंदुए ने लक्ष्मण के शरीर पर कई जगह दांत गाड़ दिए थे और नुकीले नाखून घोंप दिए थे। वहीं, तेंदुए के मरने की खबर मिलने पर वन विभाग के अधिकारी गांव में आ पहुंचे। डांग जिला दक्षिण वन विभाग के डीसीएफ निदेश रबारी ने बताया कि लक्ष्मण ने अपने बचाव में तेन्दुए के सिर में वार किया था। वह डंडा तेंदुए के नाजुक स्थान पर लगा और इससे उसकी मौत हो गई। मगर, लक्ष्मण ने इरादतन तेन्दुए की हत्या नहीं की है। फिर भी आगे की जांच वन विभाग द्वारा की जा रही है।
वहीं, गांववालों ने बताया कि, बकरे की शिकार की फिराक में लगे तेन्दुए को गांव के लोगों ने देखकर शोर मचाना शुरू कर दिया था। बहरहाल, तेंदुए का संकट टल गया है और वन विभाग ने उक्त तेन्दुए के शव को अपने कब्जे में लिया है। मगर, लम्बे समय से तेंदुओं ने यहां तांडव मचा रखा है। नवसारी, वलसाड, डांग जिलों में तेदुए रिहायशी इलाके में घुस आते हैं।
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