गुजरात के एकमात्र सैन्य स्कूल में अब लड़कियां भी पढ़ सकेंगी, रक्षा मंत्रालय की पहल से यूं हुआ रास्ता साफ
जामनगर। जामनगर में बालाछड़ी स्थित गुजरात के एकमात्र सैन्य स्कूल में अब लड़कियां भी पढ़ सकेंगी। सशस्त्र सेनाओं में महिलाओं की भागीदारी के लगातार जारी प्रयासों के तहत अब रक्षा मंत्रालय ने इस सैनिक स्कूल में लड़कियों के दाखिले को लेकर निर्णय लिया है। अब लड़कियों के लिए यह स्कूल शैक्षणिक वर्ष 2021-22 से खुलेगा। करीब 60 साल बाद इस स्कूल के द्वार लड़कियों के लिए खुले हैं।
संवाददाता ने बताया कि, जामनगर से 32 किलोमीटर दूर रक्षा अकादमी (एनडीए) में प्रवेश हेतु युवाओं को प्रशिक्षित करने के लिए स्थापित सैनिक स्कूल बालाचडी में इससे पहले केवल लड़कों को ही प्रवेश दिया जाता था। किंतु, अब आगामी शैक्षणिक सत्र से 10 लड़कियों को प्रवेश दिया जाएगा। आगे चलकर यह संख्या भी बढ़ाई जाएगी। इतना ही नहीं, इनमें से 67 प्रतिशत सीटें गुजरात के स्कूल की लड़कियों के लिए आरक्षित रहेंगी। यह आवासीय विद्यालय कक्षा 6 से छात्रों को दाखिला देते हैं और यहां एनडीए में प्रवेश के लिए छात्रों को 11वीं कक्षा तक प्रशिक्षण दिया जाता है। अब यहां कक्षा छह में लड़कियां भी एडमिशन ले सकेंगी।
मालूम हो कि, रक्षा मंत्रालय ने करीब दो साल पहले देश के 33 सैनिक स्कूलों में से पांच को लड़कियों को दाखिले देने की अनुमति देने का फैसला किया था। इनमें चंद्रपुर (महाराष्ट्र), बीजापुर (कर्नाटक), कोडागु (कर्नाटका), कलिकिरी (आंध्र प्रदेश) और घोड़ाखाल (उत्तराखंड) स्थित सैनिक स्कूल शामिल हैं। बावजूद इसके छात्रावास समेत अन्य व्यवस्थाएं ना होने के चलते लड़कियों को दाखिला नहीं मिल रहा था। हालांकि, अब 2020-21 सत्र में छात्राओं के एडमिशन का रास्ता साफ हो गया है। जिसके चलते जो बेटियां सैन्य अधिकारी बनकर देश की सेवा करने का सपना देखती थीं, रक्षा मंत्रालय के फैसले के बाद दाखिला लेकर अपने सपने पूरे कर सकेंगी। सैनिक स्कूल में पढ़कर देश की सेवा करने और अधिकारी बनने का सपना देखने वाली बेटियों के लिए यह खुशखबरी है।