7 महीने की बच्ची के शरीर को लोहे के चिमटे से दागा, मासूम का दर्द नहीं समझ पाए अंधविश्वासी मां-बाप
गुजरात। गुजरात के बनासकांठा में एक ऐसा मामला सामने आया जिसे जानकर हर कोई चौंक जाएगा। यहां एक गांव में मासूम सात महीने की बच्ची की बीमारी को ठीक कराने के लिए अंधविश्वासी मां-बाप ने क्रूर तांत्रिक का सहारा लिया। दरिंदे तांत्रिक ने लोहे के चिमटे से मासूम के शरीर को बुरी तरह दाग दिया। जिसके बाद बच्ची की तबीयत खराब हो गई और उसे बनासकांठा के डीसा हॉस्पिटल में भर्ती किया गया। बच्ची दर्द से तड़पती रही और आखिर में उसका अंजाम बहुत दुखद हुआ।
दरअसल बीते रविवार को बच्ची को भर्ती किया जिसके बाद उसे छुट्टी मिल गई थी लेकिन सोमवार की रात अपने घर में मासूम ने दम तोड़ दिया। पुलिस ने बताया कि बच्ची के पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट आने के बाद कारण पता चल जाएगा, जिसके बाद कार्रवाई कर एफआईआर दर्ज की जाएगी। जानकारी के मुताबिक बच्ची को सांस लेने में तकलीफ थी। बच्ची के इलाज के लिए मां-बाप ने गांव में ही रहने वाले एक मशहूर तांत्रिक के पास ले गए तो तांत्रिक ने गर्म लोटे के चिमटे से उसकी छाती और पेट को दाग दिया। रूह कंपा देने वाले इस इलाज से बच्ची की तबीयत और बिगड़ती गई।
बच्ची को प्राइवेट हॉस्पिटल डीसा में रविवार को भर्ती कराया। डॉक्टर ने देखा कि बच्ची की छाती और नाभी के नीचे क्रॉस जैसा निशान देखा तो दंग रह गए। वहीं डॉक्टर का कहना है कि लड़की के दिल में छेद था जिसकी वजह से उसे सांस लने में परेशानी होती थी। उसके शरीर बुरी तरह दादा गया था जब वह अस्पताल आई थी। ट्रीटमेंट के बाद बच्ची ने मां का दूध पिया था और फिर उसे अस्पताल से छुट्टी दे दी गई।
इंस्पेक्टर जेबी आचार्य ने बताया कि पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट आने के बाद वजह सामने आएगी। अगर बच्ची की मृत्यु तांत्रिक की वजह से हुई है तो जिला बाल संरक्षण बच्ची के मां-बाप और तांत्रिक के खिलाफ मामला दर्ज करेगा।