बच्चों को खेल-खेल में फांसी का डेमो दे रहे पिता को हकीकत में ही लग गई फांसी, बिलख रहा परिवार
सूरत। गुजरात में सूरत के डिंडोली इलाके में एक शख्स अपने बच्चों को खेल-खेल में फांसी का डेमो दे रहा था, स्टूल से पैर फिसलने से उसे सच में ही फांसी लग गई। पिता की जान चली जाने पर बच्चे रोने लगे और घर पर कोहराम मच गया। इलाके में सनसनी फैल गई। सूचना पुलिस के पास पहुंची। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। पुलिस के मुताबिक, नवागाम डिंडोली उमियानगर निवासी प्रमोद पुत्र प्रकाश कापड़े (35) निजी एम्बुलेंस वैन के ड्राइवर की नौकरी करते थे।
जब से कोरोना-लॉकडाउन लागू हुआ उनके घर तंगी आने लगी। उनकी आर्थिक स्थिति बिगड़ने लगी। घर में शौचालय बनाने व मरम्मत कार्य के लिए उन्होंने लोन लिया था, जिसकी 4 महीनों से बकाया किश्तों की भरपाई नहीं कर पाए। बैंक से उनके अक्सर कॉल भी आते थे। परिजनों का कहना है कि, ऐसे हालातों के बीच वे कई बार मजाक में पत्नी व बच्चों से कहते थे कि मेरे बाद तुम्हारा क्या होगा। बीते शुक्रवार की रात उनके दिमाग में पता नहीं क्या सूझा, वह अपनी 10 और 12 साल की बेटियों को रसोई में फांसी लगाने का डैमो बताने लगे।
पत्नी उस वक्त दूसरे कमरे में थी और आठ साल का बच्चा घर के बाहर खेल रहा था। बताया जा रहा है कि, प्रमोद ने वहीं खेल-खेल में साड़ी से एक फंदा बनाया और रसोई में लगे पंखे के हुक से बांध दिया। फिर एक स्टूल लिया और उस पर चढ़कर बेटियों को फांसी लगाने के बारे में बताने लगी। तभी अचानक स्टूल से पैर फिसला और फांसी लग गई। फिर बेटियां चिल्लाईं। पत्नी और पडोसी दौड़ कर आए। उन्होंने सहारा देकर जब तक प्रमोद को नीचे उतारा, तब तक वह बेसुध हो गए।
बेसुध प्रमोद को सूरत के स्मीमेर अस्पताल ले जाया गया। जहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। इस घटना से इलाके में सनसनी फैल गई।