जीप से भयंकर भिड़ंत के बाद बस की सीट काटकर निकालनी पड़ी लाशें, टैंकर चालक के पेट में घुसा स्टेयरिंग
बारडोली. गुजरात में सोनगढ़ के पास हुई भीषण दुर्घटना के पीड़ित और मृतकों के घर पर कोहराम मचा हुआ है। यहां बस, जीप और टैंकर के बीच तिहरी दुर्घटना हुई थी। बस और जीप में सवार यात्रियों की लाशों को सीट काटकर निकालना पड़ा। वहीं, टैंकर चालक के पेट में स्टेयरिंग घुसा हुआ था। क्रेन की मदद से स्टेयरिंग खींचकर बाहर निकाला गया। बस चालक, दो यात्री और टैंकर चालक की मौके पर ही मौत हो गई थी। जीप चालक का पैर फंस जाने से उसे निकालने में काफी मशक्कत करनी पड़ी। करीब 30 मिनट बाद उसे जिंदा बाहर निकाल कर अस्पताल में भर्ती कराया गया।
सोनगढ़ फायर ब्रिगेड के अधिकारी कमलेश ने बताया कि बस में चालक समेत तीन यात्री सीट के बीच फंसे हुए थे। उनको सीट काटकर बाहर निकाला गया। हादसे के बाद हाईवे पर चीख पुकार मच गई थी। पहले रॉंग साइड से आ रहे टैंकर से बस टकराने के बाद बस के पीछे 14 यात्रियों से भरी जीप भी टकरा गई थी। तीनों वाहन एक-दूसरे से टकराए। जिसमें 4 लोगों की मौत हो गई। ये चार लोग उन 16 सवारियों में शामिल थे, जो जीप में बैठे हुए थे। वहीं, कुशलगढ़ से उकाई जा रही गुजरात परिवहन निगम की बस में कुल 24 यात्री सवार थे। बस अपने यात्रियों को लेकर 58 किमी प्रति घंटा की रफ्तार से जा रही थी तभी शाम 4 बजकर 15 मिनट पर सामने से तेजी से आ रहा टैंकर टकरा गया। उधर, पीछे से आ रही जीप बस के चालक की साइड पर टकरा गई। जीप में भी 16 यात्री सवार थे।
मृतकों की पहचान अशोक आत्माराम निकम, समाधान अशोक सिंधे, परबत देवचंद निकम, विश्वास रतन निकम और बस चालक हसमुख रामु गामित एवं टैंकर चालक महावीर सिंह हनुमान सिंह के रूप में हुई। पुलिस के अनुसार, बस की स्पीड थी 58 किमी प्रति घंटा थी। वहीं, जीप भी तेज स्पीड में दौड़ रही थी। घायलों में सुरेश गामित,प्रतिभा समाधान सिंह, दीपक निकम, कैलाश रतन सिंदे, नितिन दाऊद भाई, सुरेखा हताने, सुरेश दौलत पवार, शिखा आशीष शेख, प्रीति सुरेश वसावा एवं अन्य लोग शामिल थे।