गुजरात में वेंटिलेटर के बाद अब पर्सनल प्रोटेक्टिव इक्विपमेंट और N-95 मास्क का उत्पादन शुरू
अहमदाबाद। गुजरात में वेंटिलेटर के बाद पीपीई (पर्सनल प्रोटेक्टिव इक्विपमेंट), कॉस्ट्यूम्स और एन-95 मास्क का भी उत्पादन शुरू हो गया है। वैश्विक महामारी कोरोना से निपटने के लिए इन्हीं चीजों की सर्वाधिक जरूरत पड़ती है। इन्हें डॉक्टर इस्तेमाल करते हैं। इसलिए, राज्य में अब इक्विपमेंट किट भी बनने लगी हैं। इससे पहले राजकोट की कंपनी ज्योति सीएनसी द्वारा वेंटिलेटर बनाने का शुरू किया गया था।
PPE पोशाक और N 95 मास्क अब यहीं मिलेंगे
गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रूपाणी के सचिव अश्विनी कुमार ने बताया कि पीपीई किट विशेष कपड़े से बना और विशेष रूप से डिजाइन किया गया सूट होता है, जो चिकित्सकों या मेडिकल स्टाफ के पूरे शरीर को कवर कर कोरोना के खिलाफ सुरक्षा कवच का काम करता है। कोरोना के मरीजों के इलाज और देखभाल से जुड़े चिकित्सकों और मेडिकल स्टाफ के लिए पीपीई किट का उपयोग करना आवश्यक है। ऐसे इक्विपमेंट किट की पूरी दुनिया में भारी मांग है।
गुजरात में इन जगहों पर शुरू हुआ उत्पादन
इस किट को कोरोना पीड़ित मरीजों के उपचार से जुड़े देशभर के चिकित्सकों और मेडिकल स्टाफ को मुहैया कराने के लिए अरविंद मिल्स लिमिटेड-सांतेज और स्योर सेफ्टी-वडोदरा इस किट का उत्पादन कर रहे हैं। साथ ही वायरस के संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए और संभावित मरीजों का उपचार करने वाले चिकित्सकों को एन-95 मास्क की जरूरत पड़ती है।
अब तक आईआईटी-कानपुर की मदद ली गई
गुजरात में एन-95 मास्क का उत्पादन करने के लिए आईआईटी-कानपुर से तकनीक हस्तांतरण के जरिए चांगोदर स्थित सेल्यूलोज प्रोडक्ट्स दैनिक 25 हजार मास्क का उत्पादन कर रहा है। राज्य के चार महानगरों में डेडिकेटेड कोरोना-कोविड हॉस्पिटल कार्यरत हो गई है।
100 बिस्तरों वाला कोविड हॉस्पिटल तात्कालिक प्रभाव से बना
अब राज्य के 29 जिला मुख्यालयों में 100 बिस्तरों वाला कोविड हॉस्पिटल तात्कालिक प्रभाव से आगामी चार-पांच दिनों में शुरू करने के लिए तीन वरिष्ठ सचिवों की समिति को इसकी जिम्मेवारी सौंपी गई है।
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