गुजरात में 93 हजार होमगार्ड्स और उनके परिवारों को मिलेगा रोजगार का प्रशिक्षण, दूर होंगी कई समस्या
गांधीनगर। गुजरात में होमगार्ड्स, ग्राम रक्षक दल, सागर रक्षक दल एवं सिविल डिफेंस के 93 हजार जवानों को उनके परिजनों समेत रोजगार का प्रशिक्षण दिया जाएगा। इसके लिए होमगार्ड्स डिपार्टमेंट, गुजरात स्किल डवलपमेन्ट मिशन और गुजरात लाइवलीहुड मिशन के बीच समझौता हुआ है। इस समझौते की जानकारी गृह राज्यमंत्री प्रदीपसिंह जाड़ेजा ने दी। जाडेजा ने लखतर, कालोल, सुरेन्द्रनगर और गोझारिया स्थित नवनिर्मित होमगार्ड्स आॅफिसों का ई-लोकार्पण भी किया। जाडेजा द्वारा ई-लोकार्पण अहमदाबाद के होमगार्ड्स मुख्यालय से किया गया। जहां से उन्होंने कहा कि, राज्य के सिक्योरिटी गार्ड व डिटेक्टिव एजेंसियों के कर्मचारी भी होमगार्ड प्रशिक्षण केन्द्र में प्रशिक्षण ले सकेंगे।
गृह राज्यमंत्री ने कहा कि, "देश के सबसे पुराने होमगार्ड दल का गुजरात में अहम योगदान रहा है। होमगार्ड्स के रहते राज्य में कानून-व्यवस्था बेहतर है। उन्होंने कहा कि, होम गार्ड पुलिस प्रशासन के सपोर्ट सिस्टम हैं। ये मौजूदा समय में गुजरात के बुनियादी विकास के साथ-साथ शांति और सुरक्षा बनाने के लिए भी जिम्मेदार हैं। लॉकडाउन में जब लोग घरों से निकलने में डरते थे, तब होमगार्ड्स के जवान समाज की रक्षा और सेवा के लिए बाहर निकलते थे। किसी परिवार को भोजन की दिक्कत होती थी तो होमगार्ड के जवान उनके घरों में जाकर भोजन देते थे। वहीं, अनाज वितरण प्रक्रिया में ये भी रात-दिन तैनात रहे। अस्पतालों में भी उन्होंने ड्यूटी दी।"
जाडेजा बोले कि, 'अब होमगार्ड व सिविल डिफेंस जवानों को अत्याधुनिक प्रशिक्षण दिया जाएगा। इनके अलावा सिक्योरिटी और डिटेक्टिव एजेंसी के कर्मचारी भी होमगार्ड प्रशिक्षण केन्द्रों में प्रशिक्षण ले सकेंगे। सरकार होमगार्ड्स व सिविल डिफेंस के जवानों को अत्याधुनिक प्रशिक्षण के जरिए चुनौतियां से निपटने में और काबिल बनाना चाहती है।'' इस मौके पर जाडेजा ने होमगार्ड्स की परेड का निरीक्षण किया। साथ ही सिविल डिफेंस के पर्सनल्स एवं आपदा प्रबंधन की मॉकड्रिल भी देखी।