Cyclone Nisarga: 6 साल में 8 बार मंडराया गुजरात पर चक्रवात का खतरा, हर बार बचा तबाही से
भावनगर। चक्रवाती तूफान निसर्ग के कल गुजरात-महाराष्ट्र के तटों पर टकराने की संभावना है। अरब सागर से उठा यह समुद्री तूफान तेजी से आगे बढ़ रहा है। जिसके चलते भावनगर, अमरेली और सूरत जैसे छह जिलों में अलर्ट जारी कर दिया गया है। दो राज्यों के तटीय क्षेत्रों में नेशनल डिजास्टर रेस्पॉन्स फोर्स की टीमें तैनात की गई हैं। लोगों की मदद के लिए कंट्रोल रूम भी स्थापित कर दिए गए हैं। बीते एक हफ्ते में मौसम विभाग के कई पूर्वानुमान जारी हुए, लेकिन चक्रवात की सटीक भविष्यवाणी नहीं मिल पाई। चक्रवातों की बात की जाए, तो पिछले 6 साल में ऐसा 8 बार हुआ, जब गुजरात पर साइक्लोनिक स्टॉर्म का खतरा मंडराया।
इस तरह मंडराया खतरा, लेकिन बचते गए विनाश से
मगर, प्रकृति की माया ऐसी रही कि, आठों बार गुजरात बड़ी तबाही से बच गया। अरब सागर से तेज रफ्तार में बढ़ते चक्रवाती तूफान की 5 बार तो दिशा बदल गई, जबकि, 3 बार समुद्र में ही समा गए। इसी तरह पिछले साल साइक्लोन वायु आया था, लेकिन ऐनवक्त पर उसकी दिशा बदल गई और वह ओमान की ओर मुड़कर समुद्र में ही समा गया। जानकारी के मुताबिक, 2014 के बाद समुद्र में पनपे 8 चक्रवातों में 5 चक्रवातों चपाला, ननौक, अशोबा, सागर और वायु ने अपनी दिशा बदली। इनके अलावा 3 चक्रवात ओखी, निलोफर और महा समुद्र में ही समा गए।
पालघर, पुणे, ठाणे, मुंबई, रायगढ़, धुले में वर्षा होगी
बहरहाल, भारतीय मौसम विभाग ने अलर्ट दिया है कि, चक्रवात निसर्ग 3 जून को महाराष्ट्र के रायगढ़ जिले के हरिहरेश्वर और दमन के बीच टकरा सकता है। इसके मद्देनजर महाराष्ट्र, गुजरात, गोवा, दमन-दीव और दादरा नगर हवेली में खासा तैयारिंयां की जा रही हैं। खतरे को देखते हुए गुजरात-महाराष्ट्र में समंदर तट के आप-पास के इलाकों के लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा रहा है। घरेलू पशुओं को भी सुरक्षित स्थानों पर लेकर जाने की सलाह दी गई है।
एनडीआरएफ की 23 टीमें तैनात की गईं
आज ही गृह मंत्रालय के अधिकारियों ने बताया कि हालात से निपटने के लिए महाराष्ट्र, गुजरात, दमन एवं दीव और दादर व नगर हवेली में एनडीआरएफ की 23 टीमें तैनात की गई हैं। इनमें से 11 टीमें गुजरात में, 10 टीमें महाराष्ट्र में और दो टीमें दमन एवं दीव और दादर व नगर हवेली में तैनात की गई हैं। एनडीआरएफ की एक टीम में 45 सदस्य होते हैं।
पढ़ें: चक्रवात से बचाव के लिए महाराष्ट्र-गुजरात में NDRF की 26 टीमें तैयार
चक्रवातीय खतरे पर मोदी क्या बोले?
खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट करके कहा- "भारत के पश्चिमी तट के कुछ हिस्सों में चक्रवात की स्थिति के मद्देनजर हालात का जायजा लिया। मैं सभी की कुशलता के लिए प्रार्थना करता हूं। लोगों से हर संभव सावधानी और सुरक्षा उपाय बरतने का आग्रह भी करता हूं।"
पढ़ें: अब अरब सागर में उठे 2 चक्रवात, गुजरात से टकराएगा 'हिका', 120 Km/h होगी रफ्तार !