गुजरातः टिक टॉक वीडियो बनाने पर दलित युवक की मूंछ उड़वाई और दी जातिसूचक गालियां
गुजरात। टिक टॉक एक तरफ जहां लोगों के लिए मनोरंजन का साधन है तो वहीं दूसरी तरफ कुछ लोगों के लिए जानलेवा साबित हो रहा है। ऐसा ही एक मामला देखने को मिला गुजरात के मेहसाणा जिले में, जहां एक दलित युवक को टिक टॉक पर वीडियो बनाना भारी पड़ गया। दलित युवक ने आरोप लगाया है कि बीते शनिवार को उसके गांव के दबंगो ने उसकी मूंछ उड़वा दी।
दलित युवक ने आरोप लगाया
मेहसाणा जिले के मोटा कोठासाना गांव के रहने वाले संजयभाई राछोदभाई परमार का आरोप है कि दबंगों ने उसको जान से मारने की धमकी दी, मूंछ उड़वाने के लिए विवश किया, उसकी पिटाई की और माफी मंगवाई। दलित युवक परमार ने दावा किया है कि दबंगों से माफी मांगने का एक वीडियो वायरल हुआ है।
दबंगों ने मूंछ उड़वाने को किया मजबूर
मेहसाणा जिले के पुलिस अदीक्षक मनीष सिंह ने कहा कि आईपीसी की कई धाराओं, आईटी एक्ट की धारा 67 और एससी एसटी के कई धाराओं के तहत केस दर्ज किया गया है। हालांकि शनिवार देर रात तक गिरफ्तारी नहीं हुई है। एसपी के अनुसार पीड़ित और आरोपी दोनों ही एक ही गांव के हैं। पीड़ित को दबंगों ने मूंछ मुड़वाने के लिए मजबूर किया था।
टिक टॉक वीडियो के बारे में पूछा
एफआईआर के अनुसार परमार को सुबह गांव के संजय सिंह, जेठूसिंह ने फोन कर कोठसाणा स्वास्थ्य उपकेंद्र आने के लिए कहा। रास्ते में मोटा कोठासाणा गांव के परमार संग्राम सिंह, प्रह्लाद सिंह चौहान और राजदीप सिंह चौहान मिले। पीड़ित ने बताया कि मैं राजदीप सिंह के साथ गाड़ी में पीछे बैठ गया। उसने मुझे स्वास्थ्य उपकेंद्र पर छोड़ दिया। संजय सिंह वहां नहीं था। संग्राम सिंह और कुछ दूसरे मुझसे टिकटॉक वीडियो के बारे में पूछा, जिसे मैंने कुछ समय पहले बनाया था।
जातिसूचक गालियां दीं
इसके साथ ही उसे बताया कि उन लोगों ने जातिसूचक गालियां दीं। उन्होंने मुझसे मूंछ मुड़वाने को कहते हुए जान से मारने की धमकी दी। मैं घर आया और मूंछ मुड़वा दी। मैं वापस उपकेंद्र गया, जहां संग्राम सिंह और दूसरों ने मुझे गालियां दीं। मुझ जबरन माफी मांगने के लिए विवश किया। मेरे पिता रणछोड़भाई और परिवार के सदस्यों ने मुझे बचाया।