VIDEO: 12वीं में मजदूर के बेटे ने 99.99% लाकर टॉप किया, टैंपो चलाने वाले का बेटा भी 99.98% लाया
राजकोट। आज गुजरात में कक्षा बारहवीं (सामान्य प्रवाह) कक्षा की परीक्षा के परिणाम घोषित किए गए। इस बार धोलकिया स्कूल के विद्यार्थियों ने अन्य छात्रों के मुकाबले ज्यादा बेहतर प्रदर्शन किया। यहां एक रिक्शा चालक के बेटे ने 99.98 मार्क्स प्राप्त किए। वहीं, एक मजूदर के बेटे ने 99.99% (PR) के साथ टॉप किया। दोनों ने अपनी-अपनी सफलता का श्रेय अपने माता-पिता, टीचर्स एवं अपनी मेहनत को दिया।
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रोज 5-7 घंटे पढ़ाई करता था: प्रतीक चौहाण
12वीं कक्षा में 99.99% हासिल करने वाले प्रतीक चौहाण के पिता वाहनों में सीट फिटिंग की मजदूरी का काम करते हैं। बेटे को अच्छे से अच्छी पढ़ाई करवाने की ठान रखी थी। वहीं, बेटे प्रतीक ने भी पिता के सपने को पूरा कराने का बीड़ा उठाया। जब 10वीं कक्षा में 82 प्रतिशत आए थे तो प्रतीक असंतुष्टि के साथ कमरे में बंद होकर रोने लगा। फिर उसने 12वीं में टॉप करने की इच्छा के साथ वह प्रतिदिन 5-7 घंटे पढ़ाई की।
अच्छे से पढ़ाई करें तो ऐसे मार्क्स आ ही जाएंगे
प्रतीक ने खुशी जताते हुए कहा- 'मुझे मेहनत से यह दिन देखने को मिला है। अब आगे चलकर सीए बनने की इच्छा है। मेरा अन्य विद्यार्थियों को भी सुझाव है कि वो पढ़ाई शुरू करें, फिर अच्छे परिणाम आएंगे।'
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ऑटो रिक्शा चालक के बेटे ने क्या कहा?
वहीं, ऑटो रिक्शा चालक के बेटे दीप हिंगराजिया ने कहा कि, 'मेरी मां पापड़ बनाने का काम करती हैं। हमारी आर्थिक स्थिति खराब होने के चलते माता-पिता मुझे पढ़ाने में समर्थ नहीं थे। तब मेरी प्रतिभा को भांपकर स्कूल और टीचर्स ने हेल्प की। मुझे समय-समय पर जरूरी चीजें भी बताई गईं। इसी कारण आज में इस मकाम तक पहुंच पाया हूं। मुझे स्टेटिस्टक्स में पूरे 100% मार्क्स मिले। अकाउंट्स के सब्जेक्ट में 94% मार्क्स मिले। अब मैं सीए की तैयारी करूंगा।''
मामूली ड्राइवर की बेटी की 99.97 पर्सेंट
इधर, राजकोट निवासी माला क्रिष्ना ने भी 12वीं में 99.97% हासिल कर अपने पिता का सिर फख्र से ऊंचा कर दिया। क्रिष्ना के पिता प्राइवेट स्कूल में ड्राइवर की नौकरी करते हैं।
'बिना किसी ट्यूशन के मेहनत शुरू कर दी थी'
क्रिष्ना ने कहा कि, 'मेरे घर की माली हालत ठीक नहीं होने के कारण बिना किसी ट्यूशन के मेहनत शुरू कर दी थी। जिसमें स्कूल के टीचर्स का पूरा सहयोग मिलने के कारण मुझे ऐसी सफलता मिली।''