गुजरात में डिजिटल सेवासेतु: गांवों में ही मिल सकेंगी अब राशन कार्ड, एफिडेविट जैसी सभी 22 सेवाएं
गांधीनगर। गुजरात में मुख्यमंत्री विजय रूपाणी ने डिजिटल सेवासेतु की शुरूआत की है। इस पहल से अब ग्रामीण क्षेत्रों में सरकारी सेवाओं को ऑनलाइन और गांव में ही उपलब्ध कराया जा सकेगा। यानी लोग गांव के केंद्रों पर ही अपने एफिडेविट, राशन कार्ड और आय प्रमाण पत्र इत्यादि बनवा सकेंगे। सरकार की ओर से ऐसी 22 सेवाएं मिलेंगी। पहले चरण में 2 हजार ग्राम पंचायतों में इन सेवाओं को मुहैया कराया जाएगा।
मुख्यमंत्री रूपाणी के अनुसार, दिसंबर 2020 तक और 8 हजार ग्राम पंचायतों को डिजिटल सेवासेतु की जद में लाया जाएगा। इससे ग्रामीण लोगों को हर रोज की सेवाओं के लिए तालुका-जिला स्तर पर चक्कर नहीं काटने पड़ेंगे। समय और आवागमन में होने वाले खर्च की भी बचत होगी। एफिडेविट, राशन कार्ड व आय प्रमाण पत्र समेत 22 सेवाएं अब इस डिजिटल सेवासेतु के तहत नजदीक ही ली प्राप्त की जा सकेंगी। यानी, यह एक तरह से यूपी में चल रही जनसेवा केंद्र जैसी व्यवस्था होगी।
जैसे उत्तर भारत के ग्रामीण इलाकों में लोग अपने कामों का निपटारा जन सेवा केंद्रों पर कराते हैं। कुछ वैस ही अब गुजरात में लोग अपनी ग्राम पंचायत के सेवा केंद्र-ग्राम पंचायत कार्यालय पर करवा सकेंगे। एफिडेविट, राशन कार्ड में बदलाव करने, आय का प्रमाण पत्र अन्य दाखिले जैसी विभिन्न 22 सेवाएं अब सिर्फ 20 रुपए की फीस भरकर प्राप्त की जा सकेंगी।