स्टूडेंट्स को भेजा जा रहा मैसेज- अपना रैपिड टेस्ट कराओ, रिपोर्ट निगेटिव हो तो ही पढ़ने आना
सूरत। कोरोना महामारी की वजह से भारत के ज्यादातर राज्यों में स्कूलबंदी हो चुकी है। यूपी और हरियाणा समेत कई राज्यों ने तो स्कूलों को 30 जनवरी तक बंद कर दिया है। विद्यार्थियों से कहा जा रहा है कि, सभी वैक्सीन लगवाएं। हरियाणा के स्वास्थ्य मंत्री ने हाल कहा कि, जो वैक्सीन नहीं लगवाएंगे, उन्हें स्कूल खुलने पर प्रवेश नहीं दिया जाएगा। इसी तरह अब गुजरात में भी विद्यार्थियों को मैसेज भेजा जा रहा है कि, "अपना रैपिड टेस्ट कराओ। कोरोना रिपोर्ट निगेटिव आए तो ही स्कूल में पढ़ने आना।"
सूरत में दो विद्यार्थियों के माता-पिता जिन्हें स्कूल से मैसेज आया था कि, "बच्चों का रैपिड एंटीजन टेस्ट कराओ, रिपोर्ट निगेटिव हो तो ही पढ़ने भेजो।", इस पर अभिभावकों का कहना है कि, यह अच्छी बात है और महामारी से बचने के लिए ये स्कूलों का एक जरूरी निर्णय है। शिक्षा विभाग के अधिकारी के मुताबिक, स्कूल 10वीं से 12वीं तक के विद्यार्थियों के अभिभावकों को मोबाइल पर मैसेज भेजकर ये बातें कह रहे हैं। चूंकि, हाल ही मकर संक्रांति के 2 दिनों की छुट्टी के दौरान विद्यार्थी भीड़ के संपर्क में आए होंगे..तो उन्हें कोरोनावायरस का खतरा हो सकता है। इसलिए, बहुत से स्कूलों ने मैसेज भिजवाकर कहा है कि सभी कोविड-गाइडलाइन फॉलो करें, सर्दी-खांसी या बुखार हो तो माता-पिता अपने बच्चों को स्कूल न भेजें।
गौरतलब हो कि, देशभर के स्कूलों पर यह गाइडलाइन लागू होती है कि, यदि किसी विद्यार्थी का टेम्प्रेचर तय पैमाने से ज्यादा हो तो उसे अन्य विद्यार्थियों से अलग ही रखा जाएगा। गुजरात में यह स्पष्ट निर्देश हैं कि, ऐसे विद्यार्थी को स्कूल में प्रवेश नहीं मिलेगा। ज्ञान ज्योत विद्यालय के लालजी नकुम कहा है कि, हमारी ओर से 10वीं से 12वीं तक तक के सभी विद्यार्थियों के माता-पिता को मैसेज भेजा गया और उनसे कहा गया अपना और परिवार का विशेष ध्यान रखें। बच्चों को सर्दी-खांसी या बुखार हो तो स्कूल न भेजें। यदि किसी विद्यार्थी का टेम्प्रेचर तय पैमाने से ज्यादा होगा तो उसे स्कूल में प्रवेश नहीं मिलेगा। बच्चों का रैपिड एंटीजन टेस्ट करवाएं, रिपोर्ट निगेटिव आए तो ही स्कूल भेजें।
एक स्कूल के संचालक ने कहा कि, आज यानी सोमवार को टेम्प्रेचर चेक करने के बाद ही विद्यार्थियों को एंट्री दी जा रही है। उन्होंने कहा कि, अन्य स्कूलों को भी अभिभावकों से अपील करनी होगी कि वे विद्यार्थियों को सर्दी, खांसी या बुखार होने पर स्कूल में पढ़ने न भेजें। यदि उनमें बीमारी के लक्षण दिखाई दें तो उनका आरटी-पीसीआर अथवा रैपिड एंटीजन टेस्ट कराएं। एचएच राजगुरु के शिक्षाधिकारी ने कहा कि, हमारी टीम स्कूलों में ये जांच करने जाएगी।