भाजपा नेता जयंती भानुशाली हत्याकांड में पूर्व विधायक छबील पटेल को जमानत, ऐसी थी वर्चस्व की लड़ाई
गांधीनगर। गुजरात में कच्छ के विधायक रहे जयंती भानुशाली की जनवरी 2019 में हत्या कर दी गई थी। वह सत्तारूढ भाजपा के नेता थे। उनके हत्याकांड में पूर्व विधायक छबील पटेल और एक महिला समेत कई लोगों को जेल हुई। जेल में बंद छबील पटेल को महीनों बाद अब जमानत मिली है। अदालत ने छबील को छह दिन की जमानत दी। जेल से बाहर आकर वह अपने पुत्र की शादी में शरीक हो सकेंगे। हालांकि, इस दौरान पुलिस की निगरानी में रहना होगा। उनकी निगरानी में एक पुलिस निरीक्षक और दो कांस्टेबल नियुक्त रहेंगे।
मार्च 2019 से जेल में हैं पूर्व विधायक छबील
बता दिया जाए कि, जयंती हत्याकांड मामले में मुख्य आरोपित छबील पटेल के पुत्र सिद्धार्थ पटेल को भी जमानत मिली थी। वह करीब 18 महीने जेल में रहा और बाद में हाईकोर्ट में जमानत दी गई। उधर, खुद छबील पटेल मार्च 2019 से जेल में है। गुजरात सीआइडी क्राइम ने छबील को 14 मार्च, 2019 को अहमदाबाद इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर उतरते ही गिरफ्तार कर लिया था। जहां से उन्हें जेल में बंद कर दिया गया था, बहरहाल बेटे की शादी के लिए उन्हें छह दिन का जमानत पर छोड़ा जाएगा।
जयंती भानुशाली हत्याकांड: विधायक बनने के लिए डुमरा ने रची साजिश, मनीषा और छबील पटेल बने मोहरा
दो विधायकों में राजनीतिक वर्चस्व की लड़ाई थी
छबील पटेल कांग्रेस से थे, वहीं, भानुशाली भाजपा से थे। वर्ष 2012 में छबील पटेल कच्छ की अबडासा सीट से कांग्रेस के टिकट पर विधायक चुने गए थे। उसके बाद 2014 के लोकसभा चुनाव से पहले छबील ने भाजपा ज्वॉइन कर ली। उधर, जयंती भानुशाली इसी सीट पर 2007 से 2012 तक भाजपा के विधायक रह चुके थे। यहां इन दोनों के बीच राजनीतिक वर्चस्व की लड़ाई शुरू हो गई। जांच-पड़ताल में यह सामने आया कि, छबील पटेल ने जयंती भानुशाली को हनीट्रैप में फंसाने के आरोप में जेल काट कर लौटी मनीषा गोस्वामी एवं एक अन्य स्थानीय नेता जयंती डुमरा की मदद से जयंती भानुशाली की हत्या की साजिश रची।
ऐसे ट्रेन में की गई थी जयंती की हत्या
साजिश के तहत छबील पटेल ने जनवरी-2019 में एक कॉन्ट्रैक्ट किलर (शार्प शूटर) को जयंती भानुशाली की हत्या की जिम्मेदारी सौंपी। वह शार्प शूटर मुंबई का था। उस शार्प शूटर ने जयंती भानुशाली की चलती ट्रेन में गोलियां मारकर हत्या कर दी। बाद में पुलिस ने जब हत्याकांड की तह तक पहुंचने की कोशिश शुरू की तो यह बात सामने आई कि, डुमरा जयंती भानुशाली व छबील पटेल को फंसा कर खुद अबडासा सीट से विधायक बनना चाहता था। पुलिस ने इस मामले में डुमरा, छबील पटेल, मनीषा गोस्वामी और हत्यारे शॉर्प शूटर की खोजबीन शुरू कर दी।
पुलिस-जांच टीमों ने सभी हत्यारोपी पकड़े
गुजरात सीआइडी क्राइम की टीम ने जयंती भानुशाली की हत्या के करीब दो माह बाद मनीषा और उसके एक साथी को उत्तर प्रदेश से गिरफ्तार किया। शॉर्प शूटर भी पुलिस के हत्थे चढ़ गया। उधर, छबील पटेल भी मार्च-2019 में एयरपोर्ट पर पकड़ा गया। यह इस पूरे हत्याकांड की कहानी है।