गुजरात से पहली बार ट्रेन से बांग्लादेश भेजा प्याज, महामारी के दौर में किसानों को बड़ा फायदा
राजकोट। सब्जियों के लिए भारत पर निर्भर बांग्लादेश को लॉकडाउन के दिनों में प्याज की भारी आपूर्ति हुई है। मई की शुरूआत से जुलाई के मध्य तक करीब एक लाख टन प्याज 55 ट्रेनों के जरिए बांग्लादेश भेजी गई। ऐसा पहली बार हुआ, जब गुजरात से ट्रेन से प्याज बांग्लादेश पहुंचाई गई।
गुजरात से बांग्लादेश भेजी जा रही प्याज
केंद्रीय रेल मंत्री पीयूष गोयल इस बारे में ट्वीट कर जानकारी दी। गोयल ने बताया कि, पहली बार धोराजी से ट्रेन के जरिए प्याज बांग्लादेश भेजा जा रहा है। ऐसे कृषि उत्पादों के निर्यात से यहां के किसान आर्थिक रूप से समृद्ध होंगे। बांग्लादेश प्याज का बड़ा बाजार माना जाता है। उसके लिए भारत से बड़ा कोई सप्लायर नहीं है। गुजरात से पहले महाराष्ट्र के कई स्टेशनों से बंगलादेश को प्याज भेजा जाता रहा है।
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ढाई हजार किमी दूर ट्रेनों से पहुंचाया
धोराजी का रेलवे स्टेशन राजकोट जिले में पड़ता है। इसी जिले के धोराजी, उपलेट व गोंडल इलाकों के प्याज के किसानों व व्यापारियों को इन दिनों काफी लाख मिल रहा है। बताया जा रहा है कि पश्चिम रेलवे के तहत भावनगर रेल मंडल की ओर से प्याज बांग्लादेश जाने की व्यवस्था की गई। धोराजी से बंगलादेश के दर्शना रेलवे स्टेशन की दूरी करीब ढाई हजार किलोमीटर (2437 KM) है। फिर भी रेलवे द्वारा इस स्टेशन को काफी कम समय में लोडिंग के लिए उपयुक्त बनाया गया।
किसानों को लॉकडाउन में हो रही आमदनी
मंडल के बिजनेस डवलपमेंट यूनिट के लगातार राजकोट जिले के धोराजी, उपलेटा व गोंडल क्षेत्र के कृषि उत्पादन बाजार समिति (एपीएमसी) और व्यापारियों के साथ वार्ता के बाद यह सब हुआ। गोंडल एपीएमसी से जुड़े एक व्यापारी चिंतन मनसुखलाल गोकलदास ने इस बारे में कहा कि, प्याज निर्यात होने से हमारे किसानों को बड़ा फायदा होगा। उनके माल की भी खपत होगी और उन्हें कीमत भी अच्छी मिल सकेंगे।
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