गुजरात: कोरोना ने छीनी पिता की जिंदगी, दुख बर्दाश्त नहीं कर पाए 2 जवान बेटे, मां समेत जान दी
द्वारका। गुजरात में देवभूमि द्वारका की एक आवासीय कॉलोनी में एक परिवार के मुख्य सदस्य (आयु 60 वर्ष) की कोरोना से जान चली गई। उसके एक रात बाद शुक्रवार सुबह उसी परिवार के तीन और सदस्य मृत पाए गए। जिनमें पत्नी और 2 बेटे शामिल हैं। कहा जा रहा है कि, सभी ने आत्महत्या करके जान दी है। पुलिस इस मामले की जांच-पड़ताल में जुटी है।
प्रारंभिक जानकारी देते हुए पुलिस ने बताया कि द्वारका में टीवी स्टेशन के पास रुशमनगर सोसाइटी में रहने वाले जयेश जैन स्नैक्स की कारोबारी थे। तीन दिन पहले, जयेश जैन की कोरोना जांच रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी, जिसके बाद उनका घर पर ही उपचार शुरू किया गया। गुरुवार दोपहर को जैन ने संक्रमण के कारण दम तोड़ दिया, यहां तक कि उन्हें परिवार के सदस्यों द्वारा अस्पताल भी ले जाया गया।
पुलिस के अनुसार, जयेश जैन के परिवार ने गुरुवार शाम को जयेश जैन का अंतिम संस्कार किया। परिवार में जयेश जैन की पत्नी साधना जैन (58) और अविवाहित बेटे कमलेश जैन (38) और दुर्गेश जैन (35) जीवित थे। यह परिवार मूलत: अमरेली के सावरकुंडला से था। जयेश जैन के अंतिम संस्कार के बाद, परिवार रात को घर लौटा और अंदर से दरवाजा बंद कर लिया। शुक्रवार की सुबह जब दूध वाला आया तो उसे वहां मां और दोनों बेटों की लाशें ही मिलीं। लाशों के पास ही स्टील के ग्लास रखे थे, जिनमें कीटनाशक दवा यानी कि जहर था। तब सूचना मिलने पर पुलिस घर पहुंची।
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द्वारका के पुलिस अधीक्षक सुनील जोशी ने कहा, "हमने लाशों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। घटनास्थल से कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है। वो परिवार आर्थिक रूप से भी तंग नहीं था। ऐसा लग रहा है कि, जयेश जैन की मौत से उनकी पत्नी और दोनों बेटों को गहरा सदमा पहुंचा और वे उनकी मौत का दुख बर्दाश्त नहीं कर पाए.. इसलिए तीनों ने भी जान दे दी।''