गुजरात विधानसभा सत्र: कांग्रेस विधायक ने गुस्से में फेंका माइक, फिर प्रेस कॉन्फ्रेंस कर दी सफाई
गांधीनगर। गुजरात विधानसभा में चल रहे मानसून सत्र के बीच एक कांग्रेसी विधायक ने माइक उठाकर फेंक दिया। हंगामे की यह स्थिति सत्ता पक्ष और विपक्ष की बहस के दौरान पनपी। उस रोज मजदूर कानून को लेकर बिल पारित किया जा रहा था। माइक फेंके जाने की घटना के दूसरे दिन उक्त कांग्रेस विधायक ने प्रेस कॉन्फ्रेंस भी की।
संवाददाता
ने
बताया
कि,
विधानसभा
परिसर
में
सत्र
के
दौरान
जिस
विधायक
ने
माइक
फेंका
वो
नौशाद
सोलंकी
है।
वह
कांग्रेस
पार्टी
से
विधायक
हैं।
अपनी
प्रेस
कॉन्फ्रेंस
में
सफाई
देते
हुए
नौशाद
ने
कहा
है
कि,
''मैं
उप
मुख्यमंत्री
नितिन
पटेल
द्वारा
बोले
गए
शब्दों
से
बहुत
दुखी
हो
गया
था।
तब
गुस्से
में
ऐसा
किया।''
बता
दें
कि,
माइक
फेंके
जाने
की
घटना
रात्रि
के
समय
हुई,
जहां
दोनों
दलों
के
विधायकों
के
बीच
भारी
शोर-शराबा
मच
गया
था।
जिसमें
कांग्रेस
विधायक
नौशाद
सोलंकी
प्रेक्षक
गैलरी
से
बोल
रहे
थे।
इसी
दौरान
स्कोप
के
बाहर
बोलने
के
लिए
भाजपा
द्वारा
आपत्ति
जताई
गई।
वहीं, नौशाद सोलंकी विधानसभा गृह की गैलरी में ही धरने पर बैठ गए और कहा कि, नितिन पटेल मुझे कॉन्ट्रेक्टर साबित करें या माफी मांगें। बाद में नौशाद विधानसभा अध्यक्ष के पास जा पहुंचे और विपक्ष का अपमान किए जाने का आरोप लगाया गया। उसी मर्तबा नौशाद ने माइक फेंका। बाद में नौशाद को अलग किया गया और काफी समझाया-बुझाया गया। तब नौशाद धरने से उठे। भाजपाई विधायकों ने कहा कि, नौशाद ने असभ्य व्यवहार किया, उस पर कार्रवाई हो।
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दरअसल, सत्र के दौरान डिप्टी सीएम नितिन पटेल ने मजाक में नौशाद सोलंकी को कॉन्ट्रेक्टर बोल दिया। जिसका हिंदी में मतलब आमतौर पर दलाल होता है। इसी बात पर नौशाद गुस्सा हो गए और नितिन पटेल पर भड़क गए। उसी मर्तबा अन्य कांग्रेसी विधायकों ने भी जमकर हंगामा काटा। कई विधायक तो बाहर निकलकर धरने पर भी बैठ गए।