सत्ता के नशे में चूर लोगों का अहंकार चप्पल से नहीं, वोट से दूर करो: गुजरात कांग्रेस के नेता परेश धानाणी
सूरत। गुजरात में डिप्टी सीएम नितिन पटेल की प्रेस ब्रीफिंग के दौरान एक युवक ने चप्पल फेंककर मारी थी। जिसके बाद भाजपाइयों ने उस घटना के लिए कांग्रेस को जिम्मेदार ठहराया। अब यहां कांग्रेस के दिग्गज नेता परेश धानाणी ने लोगों के लिए कहा है कि, सत्ता के नशे में चूर लोगों का अहंकार चप्पल से नहीं, बल्कि अपने वोट से दूर करो। धानाणी का यह बयान कल रात सूरत कांग्रेस द्वारा पूणागाम के सरदार फार्म में आयोजित चुनावी सभा में आया। जिसमें उन्होंने कहा कि, 'सत्ता के नशे में चूर लोगों का अहंकार 'वोट' से दूर हो सकता है।'
धानाणी ने अपनी पार्टी के प्रत्याशी के लिए जनसभा को संबोधित करते हुए यह भी कहा कि, अपराधियों को जेल से जमानत देकर उनके अगुआ उन्हें चुनाव लड़ रहे लोगों को धमकाने के लिए भेजते हैं। ऐसे लोगों के लिए अपने वोट की चोट करें। मैं फिर कह रहा हूं कि, मौजूदा सरकार सता के नशे में चूर है और उसके नेता लोगों को खिलौना समझकर खेल रहे हैं। विरोध करने पर पुलिस की मदद से जेल में डाल दिया जाता है और सरेआम लोकतंत्र भंग किया जाता रहा है। लेकिन अब लोग भाजपा सरकार की तानाशाही अच्छी तरह समझ चुके हैं। ऐसे में उपचुनावों में आठ सीटों पर कांग्रेस को जिताया जाए तो इस सरकार का अहंकार खत्म हो जाएगा।
परेश
धानाणी
ने
एक
दिन
पहले
ही
करजण
में
डिप्टी
सीएम
नितिन
पटेल
पर
चप्पल
फेंकने
की
घटना
का
जिक्र
करते
हुए
कहा
कि,
जनतंत्र
में
आम
लोगों
को
'मत'नाम
का
शस्त्र
दिया
है।
सत्ता
के
नशे
में
चूर
लोगों
का
अहंकार
मिटाना
हो
तो
उसे
चप्पल
से
नहीं
'वोट'
से
मारना।
गौरतलब
है
कि,
3
नवंबर
को
गुजरात
की
मोरबी,
लींबडी,
गढ़डा,
डांग,
अबडासा,
कपराडा,
धारी
और
करजन
विधानसभा
सीट
के
लिए
उपचुनाव
होने
वाले
हैं।
इस
दौरान
15
लाख
सौराष्ट्रवासी
मतदाताओं
को
लुभाने
के
लिए
भाजपा-कांग्रेस
के
दिग्गज
नेताओं
ने
वराछा
को
रणभूमि
बना
दिया
है।
पिछले
सप्ताह
में
कांग्रेस
व
भाजपा
ने
यहां
10
से
ज्यादा
रैलियां
की
हैं।