'जब उन्हें फुर्सत मिलेगी तो वे मुझसे बात करेंगे'.....राहुल की तारीफ कर ऐसे सुना रहे हैं हार्दिक पटेल
अहमदाबाद, 12 मई: गुजरात कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष हार्दिक पटेल ने पार्टी आलाकमान के परिवार के तीनों सदस्यों की काफी तारीफ की है। लेकिन, इस तारीफ में खासकर पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी के खिलाफ बिना स्पष्ट किए उन्होंने भड़ास निकालने में भी कोई कसर नहीं छोड़ी है। पटेल इस बात से नाराज लग रहे हैं कि उन्हें प्रदेश में पार्टी का मुखौटा तो बनाया जा रहा है, लेकिन उनकी जिम्मेदारी तय नहीं की जा रही है। इसी की वजह से पहले कई बार इस तरह की अटकलें भी लग चुकी हैं कि उनका कांग्रेस से इतनी जल्दी मोहभंग हो चुका है। अब उन्होंने खासकर राहुल गांधी के बारे में जिस तरह की बातें कही हैं, उससे साफ जाहिर होता है कि किसी ना किसी वजह से दोनों ओर से भरोसे के बीच एक दीवार जरूर खड़ी हुई है।

बीजेपी में शामिल होने की अटकलें खारिज
गुजरात कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष हार्दिक पटेल ने गुरुवार को एनडीटीवी को दिए एक इंटरव्यू में बीजेपी में शामिल होने की अटकलों को सिरे से खारिज कर दिया है। उन्होंने कहा है कि अफवाह राजनीति का हिस्सा है। उन्होंने कहा कि उनकी जो भी शिकायतें हैं, वह पार्टी के अंदरूनी मामले हैं और उम्मीद जाहिर की है कि विधानसभा चुनाव को देखते हुए ये सब जल्द ठीक कर लिए जाएंगे। उन्होंने राहुल गांधी, प्रियंका गांधी वाड्रा और सोनिया गांधी का नाम लेकर कहा कि इनके साथ उनका कोई मसला नहीं है और यह भी दावा किया कि पार्टी बिना पक्षपात किए जिम्मेदारियां सौंपती है।

'.....क्योंकि हम राजनीतिक परिवारों से नहीं आते हैं'
हार्दिक बोले, 'हम अलग तरह के राजनेता हैं, क्योंकि हम राजनीतिक परिवारों से नहीं आते हैं। हमने बहुत ज्यादा मेहनत की है और गुजरात में अपनी पहचान बनाई है। हम लाभदायक पाने के लिए चुनाव से पहले नेतृत्व पर दबाव नहीं डालना चाहते।' इतना ही नहीं, उन्होंने कहा कि जरूरी है कि हमें कुछ स्पष्ट जिम्मेदारी तो दी जाए। उन्होंने कहा कि उन्हें पार्टी में आए दो साल हो चुके हैं और लोगों को काफी उम्मीदें हैं और विधानसभा चुनाव में भी सिर्फ 6 महीने बचे हैं। उन्होंने अपने नेतृत्व के लिए स्पष्टता की वकालत करते हुए बताया कि 'मैं लोगों के बीच गया हूं और उनकी उम्मीदों और आकांक्षाओं को समझने की कोशिश की है। मैंने 8,000 गांवों की यात्रा की है।'

'आप मेरी जिम्मेदारियों क्यों तय नहीं कर सकते ?'
पार्टी में अपने महत्त्व को जाहिर करते हुए बोले कि 1990 के बाद पहली बार राज्य में कांग्रेस को 2017 में 80 सीटें मिलीं। उन्होंने कहा कि उस समय जब कांग्रेस में ज्यादा लोग नहीं आते थे, वे आए और 'लाखों पटेल वोटरों' को एकजुट किया, जिससे कांग्रेस एक मजबूत विपक्ष के रूप में उभरी। उन्होंने अपनी स्थिति पर भड़ास निकालते हुए कहा,'आपने जब मुझे कार्यकारी अध्यक्ष बनाया है तो आपको मेरी जिम्मेदारी भी स्पष्ट करनी चाहिए, जैसा कि आपने सभी दूसरे राज्यों में किया है। दो साल हो चुके हैं, आप मेरी जिम्मेदारियों क्यों तय नहीं कर सकते ? उन्होंने अभी तक प्रदेश में मेरे साथ एक भी बड़ा प्रेस कांफ्रेंस भी आयोजित नहीं किया है।'

'जब उन्हें फुर्सत मिलेगी तो वे मुझसे बात करेंगे'
वे बोले कि 15 दिन पहले राहुल गांधी ने मैसेज देकर पूछा था कि मामला क्या है और उन्होंने उनको खुलकर बताया भी था। लेकिन, हाई कमान से कोई जवाब नहीं आया। हार्दिक ने कहा, 'हाल में वे (राहुल) गुजरात में थे, लेकिन मैं सोचता हूं कि वे बहुत व्यस्त थे। जब उन्हें फुर्सत मिलेगी तो वे मुझसे बात करेंगे।' हार्दिक का यह अंदाज तंज भरा है।
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'दिल्ली में मेरा कोई गॉडफादर नहीं है'
जब उनसे पूछा गया कि जब राहुल गुजरात आए तो उनसे मिले क्यों नहीं। इसपर उन्होंने उनका बचाव करते हुए कहा कि उन्हें 5 से 6 घंटे में कई समुदाय के नेताओं के साथ बैठकें करनी थी। वो बोले, 'दिल्ली में मेरा कोई गॉडफादर नहीं है, जो मेरी मदद कर सकता है, मुझे अपने ही दम पर काम करना है।'(तस्वीरें-फाइल)