गुजरात: कांग्रेस ने बसपा नेता को नगरपालिका अध्यक्ष बनवाया, अविश्वास प्रस्ताव से BJP वाला चेयरमैन हटाया
छोटा उदेपुर। गुजरात के छोटा उदेपुर जिले में विपक्षी दल कांग्रेस की मदद से बहुजन समाज पार्टी बसपा का सदस्य नगरपालिका का अध्यक्ष बन गया। यहां भारतीय जनता पार्टी भाजपा के नेता नरेश जायसवाल नगरपालिका अध्यक्ष थे, जिनके खिलाफ लाए गए अविश्वास प्रस्ताव का 28 में से 25 सदस्यों ने समर्थन किया, जिसके चलते उन्हें नगरपालिका अध्यक्ष को पद से हटना पड़ा। वहीं, कांग्रेस व बसपा सदस्यों ने नगरपालिका प्रशासक के समक्ष अविश्वास प्रस्ताव दाखिल कर बसपा नेता को नगरपालिका अध्यक्ष बनवा दिया।
दरअसल, कांग्रेस व बसपा के सदस्यों में भाजपा की ओर के चेयरमैन नरेश जायसवाल के खिलाफ नाराजगी थी। वे नगर पालिका चेयरमैन की कार्यशैली से असहमत थे। ऐसे में जायसवाल के खिलाफ कांग्रेस व बसपा सदस्यों ने नगरपालिका प्रशासक के समक्ष अविश्वास प्रस्ताव दाखिल किया, जो 28 सदस्यों में से 25 सदस्यों के भारी बहुमत से पारित हो गया। कांग्रेस व बसपा सदस्यों का कहना था कि, हमारी मांगों पर ध्यान नहीं दिया जाता। ऐसे में मौजूदा नगरपालिका अध्यक्ष को पद से हटना चाहिए। आखिर में हुआ भी वही। हालांकि, सूबे की सियासत में बसपा का प्रभाव काफी कम है। यहां कांग्रेस ही भाजपा की टक्कर में रहती है।
सूबे के सियासत के अलावा बसपा और कांग्रेस किसान आंदोलन के मुद्दे पर भी भाजपा सरकार के खिलाफ उतरी हुई हैं। वहीं, सूबे के अंदर महंगाई को लेकर हाल ही गुजरात कांग्रेस की ओर से राजधानी गांधीनगर में धरना दिया गया था, तब पुलिस व कांग्रेस कार्यकर्ताओं में टकराव हुआ था। इसी प्रकार, शनिवार को राजभवन के घेराव के लिए रवाना होने से पहले ही कांग्रेस अध्यक्ष अमित चावड़ा व गुजरात विधानसभा में नेता विपक्ष परेश धनाणी की पुलिस ने धरपकड़ की।
CM रूपाणी के गृहजिले में किसानों को 'न्यारी-2 सिंचाई योजना' से मुहैया कराया गया पानी
भाजपा सरकार की नीतियों से परेशान गुजरात कांग्रेस प्रभारी राजीव सातव वरिष्ठ नेता व पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अर्जुन मोढवाडिया सहित बड़ी संख्या में कांग्रेस कार्यकर्ता व समर्थक धरने में आए। वे सभी राजधानी गांधीनगर के सत्याग्रह छावनी में धरनास्थल पर मौजूद रहे। पूर्व विधायक डॉक्टर कामिनी राठौर, पूर्व सांसद प्रभा तावियाड, और अहमदाबाद ईस्ट से लोकसभा चुनाव के दौरान कांग्रेस प्रत्याशी रही गीताबेन पटेल के अलावा बड़ी संख्या में कार्यकर्ता जुटे।