गुजरात में ओवैसी की चुनावी हुंकार, मुस्लिम और आदिवासी वोट बैंक पर है नजर
गांधीनगर। ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने गुजरात में पार्टी की आधारशिला रख दी है। बिहार के बाद ओवैसी की पार्टी गुजरात में भी चुनाव लड़ने का मन बना चुकी है। रविवार को गुजरात के भरूच में ओवैसी ने पार्टी के पहले चुनावी अभियान की शुरुआत की। इस दौरान उन्होंने कहा कि 'अधिकारों से वंचित' समुदायों के लिए विकल्प के रूप में राज्य में पार्टी को स्थापित कर रहे हैं।
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भारतीय ट्राइबल पार्टी के साथ AIMIM का गठबंधन
चुनाव प्रचार के आगाज पर भारतीय ट्राइबल पार्टी के संस्थापक छोटूभाई वसावा ने भी मंच साझा किया। आपको बता दें कि दरअसल, दोनों दलों ने गुजरात में आगामी स्थानीय निकाय चुनावों के लिए गठबंधन किया है। ओवैसी ने इस दौरान मुस्लिमों, आदिवासियों और अन्य समुदायों को एकजुट होने का संदेश दिया।
वंचित समुदायों के अधिकारों की रक्षा करना हमारा मकसद- ओवैसी
ओवैसी ने कहा, 'हम लोगों के लिए एक और विकल्प के रूप में गुजरात आए हैं। विशेष रूप से आदिवासी, मुस्लिम, दलित और ओबीसी लोगों के लिए। हमारा मकसद सिर्फ चुनावों में सफलता हासिल करना नहीं है, बल्कि गरीबों और मुसलमानों के संवैधानिक अधिकारों की रक्षा करना है।' साथ ही उनकी आदिवासियों की भूमि रक्षा करना हमारा मकसद है।'
भाजपा और कांग्रेस पर जमकर साधा निशाना
इस मौके पर ओवैसी ने भाजपा और कांग्रेस दोनों पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने भाजपा और कांग्रेस का को "मामू" और "भांजा" बताया। ओवैसी ने कहा, 'हम गुजरात से शुरू करेंगे और राजस्थान जाएंगे, जहां मामू और भांजा एकजुट हुए और उन्होंने छोटूभाई वसावा के उम्मीदवार को सभापति बनने नहीं दिया।' ओवैसी ने आरोप लगाया कि, 'वे (भाजपा और कांग्रेस) हमें गुलामी में रखना चाहते थे। मुस्लिम, आदिवासी और जो समुदाय अधिकारों से वंचित हैं, उन्हें एकजुट होना चाहिए और हमारे अधिकारों की लड़ाई और रक्षा करने के लिए मजबूत बनना चाहिए।'