गुजरात: राज्यसभा चुनाव से पहले इस्तीफा देने वाले 8 कांग्रेस विधायकों में से 5 ने भाजपा ज्वॉइन कर ली
अहमदाबाद। राज्यसभा चुनाव से पहले गुजरात में कांग्रेस के 8 विधायकों ने इस्तीफा दे दिया था। इस्तीफों का सिलसिला मार्च से जून तक चला था, उसके बाद 19 जून को राज्यसभा की 4 सीटों पर वोटिंग हुई। जिसमें भाजपा ने बाजी मार ली, चार में से कांग्रेस महज एक ही सीट कब्जा सकी। बहरहाल, कांग्रेस से इस्तीफा देने वाले उन 8 में से पांच पूर्व विधायकों ने भाजपा ज्वॉइन कर ली है। शनिवार को वरिष्ठ भाजपा नेताओं की मौजूदगी में उन्होंने कमल का दामन थामा।
चुनाव से पहले इस साल 8 विधायकों ने कांग्रेस छोड़ी
भाजपा में आए ये 5 नेता हैं- कांग्रेस के पूर्व विधायक जीतू चौधरी, प्रद्युम्नसिंह जडेजा, जे वी काकड़िया, अक्षय पटेल और बृजेश मेरजा। जिन्हें भाजपा की राज्य इकाई के अध्यक्ष जीतू वाघाणी ने अन्य वरिष्ठ नेताओं की उपस्थिति में भाजपा में शामिल करवाया। इन पांच पूर्व विधायकों में से पटेल, मेराज और चौधरी ने इस महीने की शुरुआत में विधायकों के रूप में इस्तीफा दे दिया था, जिसके तुरंत बाद चुनाव आयोग ने राज्य में राज्यसभा चुनाव की नई तारीख के रूप में 19 जून की घोषणा की।
लॉकडाउन के चलते टल गया था राज्यसभा चुनाव
वहीं, ककाडिया और जडेजा ने मार्च में विधायकों के रूप में इस्तीफा दिया था। पहले की अनुसूची के अनुसार, गुजरात में राज्यसभा चुनाव 26 मार्च को होना था। हालांकि, यह कोरोनोवायरस-की रोकथाम के लिए लगे राष्ट्रव्यापी लॉकडाउन के कारण स्थगित कर दिया गया था।
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5 कांग्रेसियों के भाजपा में आने पर क्या बोले वाघाणी?
आज वाघाणी ने भाजपा में शामिल होने वाले 5 कांग्रेसियों के फैसले का स्वागत करते हुए कहा कि इनकी उपस्थिति से स्थानीय स्तर पर पार्टी को मजबूती मिलेगी। उन्होंने यह भी विश्वास व्यक्त किया कि भाजपा उन निर्वाचन क्षेत्रों में उपचुनाव जीतेगी, जो उनके इस्तीफे के कारण खाली हुए हैं। उन्होंने कहा कि विधायकों ने आंतरिक गुटबाजी और राज्य में विपक्षी पार्टी के साथ-साथ राष्ट्रीय स्तर पर नेतृत्व की कमी के कारण कांग्रेस छोड़ दी।
'इनके इस्तीफे के लिए कांग्रेस खुद जिम्मेदार'
वाघाणी
बोले,
"कांग्रेस
के
समझदार
विधायकों
ने
ऐसे
ही
इस्तीफा
दिया
और
भाजपा
में
शामिल
होते
चले
गए।
यदि
कांग्रेस
बार-बार
ऐसा
होने
के
बावजूद
भाजपा
को
दोष
देती
रहेगी,
तो
मैं
उस
पार्टी
से
गुजरात
में
अपनी
दुकान
बंद
करने
के
लिए
कहूंगा।"
"कांग्रेस
के
पास
नेतृत्व
की
कमी
है
और
वो
आंतरिक
गुटबाजी
से
परेशान
है।
ये
पार्टी
तो
अपने
विधायकों
के
इस्तीफे
के
लिए
खुद
जिम्मेदार
है।"
'अन्य तीन का भी स्वागत करेंगे हम'
भाजपा ज्वॉइन करने वाले पांच पूर्व विधायकों के अलावा जो तीन अन्य विधायक हैं, वो हैं- सोमा पटेल, प्रवीण मारू और मंगल गावित। इन्होंने भी मार्च में कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया था। वाघाणी ने इन्हें लेकर बयान दिया कि, 'यदि वे आना चाहें तो उन तीनों पूर्व विधायकों का भी भाजपा में स्वागत है।''
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77 से 65 सीटों पर सिमटी कांग्रेस
लगातार विधायक टूटते रहने से गुजरात में कांग्रेस की द्रुगति हो रही है। वर्ष 2017 के विधानसभा चुनावों में 77 सीटें जीतने वाली यह पार्टी अब 65 सीटों पर सिमट गई है। इसके 12 विधायकों ने इस्तीफा दे दिया और उनमे से ज्यादातर सत्तारूढ़ भाजपा में शामिल हो गए।