भक्त ने उमियाधाम में चढ़ाई 24 कैरेट सोने के परत वाली विश्व प्रसिद्ध घारी, बहुत महंगी होती है ये
सूरत। गुजरात में सूरत के रहने वाले एक शख्स ने पाटीदारों के मंदिर विश्व-उमैया धाम में 24 कैरेट सोने के परत वाली घारी चढ़ाई। यह गुजराती मिठाई विश्व प्रसिद्ध है और काफी महंगी बिकती है। इसे 'स्वर्णयुक्त घारी' कहा जाता है। भक्त ने अहमदाबाद जिले के जासपुर स्थित जगत जननी मां उमिया के लिए राजभोग में इसका विशिष्ट रूप से तैयार भोग चढ़ाया। यहां भव्य अन्नकूट के दर्शन का आयोजन भी किया गया, रविवार दोपहर भक्तों की उपस्थिति में आरती भी हुई थी। एक श्रद्धालु ने बताया कि, मैया के लिए जो घारी यहां चढ़ाई गई, वो सोने के परत वाली थी। इस एक किलो घारी की कीमत 11 हजार रुपये होती है।
आपने नहीं खाई होगी ऐसी मिठाई?
'स्वर्णयुक्त घारी' सूरत के चुनिंदा शॉप पर ही मिलती है। इसे सोने (Gold) वाली मिठाई कहा जाता है। क्या आपने कभी यह खाई है? यदि नहीं तो बता दें कि, इस मिठाई में शुद्ध सूखे मेवे और शुद्ध घी के साथ कम चीनी का उपयोग किया गया जाता है। जिसे आकर्षक बनाने के लिए 'घारी' पर शुद्ध सोने की परत चढ़ाई जाती है। अभी तक लोग चांदी के वर्क वाली मिठाई ही खाते थे, लेकिन सूरत में सोने वाली मिठाई भी बन रही हैं। हालांकि, अभी कोरोना के चलते शहर में खुली जगह न रहने पर घर की छत पर घारी महोत्सव मनाया गया। अपार्टमेन्ट्स में रहने वाले लोगों ने चांदनी पड़वा का त्यौहार मनाने के लिए यह तरीका निकाला।
क्या आपने खाई है कभी सोने की मिठाई? सूरत में बिक रही है ये 11,000 रुपए किलो
खरीदना चाहेंगे तो 11000 चुकाने पड़ेंगे
इन दिनों इस मिठाई की डिमांड काफी ज्यादा है। 'स्वर्णयुक्त घारी' को सूरत वासियों ने चंडी पड़वा उत्सव के लिए खूब खरीदा। अब भी लोग सूरत के ही मिठाई विक्रेता से इसे 11,000 रुपये किलो ले जा रहे हैं। इस संबंध में बताते हुए भागल क्षेत्र के मिठाई विक्रेता मोतीराम के गौरांग सुखाड़िया ने बताया कि, हमने स्वर्ण घारी बनाई। गुजरात में केवल सूरत शहर के अंदर इस तरह की मिठाई बिक रही है। इस मिठाई को 'स्वर्णयुक्त घारी' कहा जाता है। यह इतनी महंगी है कि अगर आप एक किलो खरीदना चाहेंगे तो 11 हजार रुपए चुकाने पड़ेंगे।
नाम सुनते ही मुंह में पानी आ जाता है
गौरांग सुखाड़िया ने मुताबिक, हमारी दुकान से वैसे तो यह मिठाई पूरे वर्ष बिकती है, लेकिन शरद पूर्णिमा के दिन इसे खाने का पूरा मजा है। तो लोग इसे लेने के लिए घंटों तक लाइन लगाकर खड़े रहते हैं। इसके अलावा दिवाली के त्योहारों में भी 'घारी' भारी मात्रा में बिकती है। यहां की यह विशेष मिठाई घारी देश-विदेश में प्रख्यात है। दूध का मावा, पिस्ता बदाम और देशी घी में बनी घारी का नाम सुनते ही सूरतवासियों के मुंह में पानी आ जाता है।
सुषमा स्वराज 13 साल पहले सूरत आईं तो खाने में दी गई थी घारी, यह उनकी पसंदीदा मिठाई हो गई
फरसाण-नमकीन भी खाया जाता है
घारी के साथ फरसाण-नमकीन भी खाया जाता है। इसलिए चंदनी पडवा पर्व पर समग्र सूरत शहर में मिठाई दुकानों से करोड़ों रुपये की घारी बिकती है। स्वाद प्रिय और उत्सव प्रिय सूरतवासी चंदनी पडवा की रात्रि को शहर के मुख्यमार्ग गौरवपथ और डुमस रोड के फुटपाथ पर बैठकर घारी खाते हैं। सामान्य परिवार से लेकर श्रीमंत परिवार के लोग फुटपाथ पर स्ट्रीट लाईट की रोशनी में घारी खाकर चंदी पडवा का त्यौहार मनाते हैं।