गुजरात: 12 आदिवासी परिवारों ने क्रिश्चियन से हिंदू मजहब अपनाया, डांग जिले में 40% लोग ईसाई ही
डांग। गुजरात के डांग जिले के 12 आदिवासी परिवारों ने ईसाई (christian) से हिंदू मजहब अपना लिया। डांग जिले के शिवरीमाल में साध्वी यशोदा दीदी की मौजूदगी में इन परिवारों ने विधि-विधान से अपना धर्म-परिवर्तन किया। बता दिया जाए कि, डांग ही गुजरात का एक ऐसा जिला है, जहां 40 फीसदी लोगों ने खुद को ईसाई मजहब से जोड़ रखा है। यहां ईसाई बनने वाले वालों की संख्या पिछले कुछ वर्षों से तेजी से बढ़ी है।
साध्वी यशोदा ने ईसाई रहे आदिवासी परिवारों का धर्म-परिवर्तन कराने के बाद कहा कि, हमने उनकी घर वापसी कराई है। ये वही लोग हैं, जो पहले ही हिंदू थे, लेकिन पैसों के लालच व अन्य कारणवश चर्च जाने लगे और धीरे-धीरे ईसाई ही बन गए। हालांकि, अब उन्हें अहसास हो रहा है कि हमारी जो धरोहर है, वही सही धरोहर है और हमारा सनातन धर्म ही एक सच्चा मजहब है, जिसे मानते हुए ये लोग अब वापस हिंदू बन रहे हैं।'
हरियाणा में 5 परिवारों की हिंदुओं में 'घर वापसी', बोले- औरंगजेब के डर से पूर्वज मुस्लिम बन गए थे
इसी
साल
जनवरी
में
144
आदिवासी
बने
हिंदू
इसी
साल
डांग
में
24
जनवरी
को
आदिवासी
समुदाय
के
144
लोगों
ने
हिंदू
मजहब
अपनाया
था।
तब
भी
जिले
के
शिवरीमल
आश्रम
की
साध्वी
यशोदा
का
यही
कहना
था
कि,
पहले
सभी
हिंदू
थे।
उन्होंने
कहा
कि
विश्व
हिंदू
परिषद
के
सहयोग
से
कुछ
स्थानीय
धार्मिक
नेताओं
ने
भोगड़िया
गांव
में
कार्यक्रम
आयोजित
किया
था।
साध्वी
बोलीं,
''इन
वारली
आदिवासियों
को
5
साल
पहले
मिशनरियों
द्वारा
ईसाई
बन
जाने
का
लोभ
दिया
गया
था।
मगर,
अब
ये
लोग
हमसे
कह
रहे
हैं
कि,
उस
मजहब
का
पालन
करने
में
वे
सहज
महसूस
नहीं
कर
रहे
हैं।
ऐसे
में
हमने
'घर
वापसी'
कार्यक्रम
की
व्यवस्था
की।"