11 फीट लंबा विशालकाय मगरमच्छ निर्माण-स्थल के दलदल में आ फंसा, टीम ने ऐसे किया रेस्क्यू
वडोदरा। गुजरात के वडोदरा में एक कंस्ट्रक्शन-साइट के दलदल में एक मगरमच्छ आ घुसा। कर्मचारी ने उसे देखा तो वहां लोग जुटने लगे। मगरमच्छ को रेस्क्यू करवाने के लिए वाइल्डलाइफ रेस्क्यू ट्रस्ट को सूचना दी गई। जिसके कुछ समय बाद वाइल्डलाइफ रेस्क्यू ट्रस्ट की टीम घटनास्थल पर पहुंची। टीम ने मगरमच्छ को निकाला। उसके बाद उसे एक पिंजरे में रखा। जहां से वन विभाग को सौंप दिया गया।
10-11
फीट
लंबा
मगरमच्छ
था
मगरमच्छ
को
रेस्क्यू
करने
के
आॅपरेशन
के
बारे
में
बताते
हुए
वाइल्डलाइफ
रेस्क्यू
ट्रस्ट
के
प्रमुख
अरविंद
पवार
ने
बताया
कि,
वह
मगरमच्छ
लगभग
10-11
फीट
लंबा
था।
जो
कि
एक
कंस्ट्रक्शन-साइट
के
दलदल
में
पाया
गया
था।
अरविंद
पवार
बोले-
"हमें
एक
बिल्डर
से
फोन
आया
था
कि
उसके
एक
निर्माण-स्थल
पर
एक
मगरमच्छ
देखा
गया
है।
तब
हमारी
टीम
वहां
पहुंची।
हमने
उसे
वहां
से
निकाला।
फिर
उसे
वन
विभाग
को
सौंप
दिया।"
गांव में घुसा मगरमच्छ तो ग्रामीणों ने पकड़ा, फिर वन विभाग से छोड़ने के एवज में मांगे 50 हजार
केलनपुर
एरिया
की
घटना
मगरमच्छ
के
बचाव-कार्य
की
तस्वीरें
न्यूज
एजेंसी
ने
शेयर
कीं।
जिनमें
उस
मगरमच्छ
को
देखा
जा
सकता
है।
वाइल्डलाइफ
रेस्क्यू
ट्रस्ट
(एसआईसी)
के
अध्यक्ष
का
कहना
है
कि,
वडोदरा
में
मगरमच्छ
इसी
तरह
पाए
जाते
रहे
हैं।
यहां
मगरमच्छों
की
संख्या
काफी
ज्यादा
है।
उन्होंने
कहा,
"उपरोक्त
मगरमच्छ
वडोदरा
जिले
के
केलनपुर
क्षेत्र
में
कंस्ट्रक्शन-साइट
से
रेस्क्यू
किया
गया।"
गुजरात की घटना: नदी से शहर में आ घुसा 8 फीट लंबा मगरमच्छ, मुंह बांधकर रेस्क्यू टीम ने ऐसे किया काबू
बाढ़ से तनी गुजरात की मगरमच्छों वाली नदी, कहीं आंगन में घुसे तो कहीं ब्रिज पर चढ़ रहे मगर
यहां
मिलते
हैं
विशालकाय
मगरमच्छ
वडोदरा
शहर
के
बीच
से
बहने
वाली
विश्वामित्री
नदी
मगरमच्छों
के
लिए
जानी
जाती
है।
यहां
10-11
फीट
तक
लंबे
मगरमच्छ
पाए
जाते
हैं।
2019
की
भारी
बारिश
के
दरम्यान
जब
शहरभर
में
जलभराव
हो
गया
था
तो
विश्वामित्री
नदी
से
बड़ी
संख्या
में
मगरमच्छ
रिहायशी
इलाकों
में
चले
आए
थे।
फिर
उन्हें
रेस्क्यू
कर-करके
पकड़ा
गया
और
वापस
विश्वामित्री
में
छोड़ा
गया।
ऐसा
अमूमन
हर
साल
होता
है।