470 पटरी कारोबारियों को तीन स्थानों पर स्थाई ठिकान देगी योगी सरकार
गोरखपुर। शहर के पटरी कारोबारियों के लिए अच्छी खबर है। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पटरी कारोबारियों स्थाई ठिकान देने की तैयारी कर रहे है। इसके लिए 470 पटरी कारोबारियों को शहर के तीन स्थानों पर दो वर्ग मीटर की जगह दी जा रही है। नगर निगम की तरफ से शेड बनवाए गए हैं। सीएम योगी आदित्यनाथ आज यानी चार मार्च को इसका उद्घाटन करेंगे।
470
पटरी
कारोबारियों
को
दी
जाएगी
जगह
सीएम
योगी
के
मार्गदर्शन
में
नगर
निगम
ने
दीनदयाल
अंत्योदय
योजना
और
राष्ट्रीय
शहरी
आजीविका
मिशन
के
तहत
वेंडिंग
जोन
का
विकास
किया
है।
पहले
चरण
में
नया
सवेरा
रामगढ़
ताल,
तारामंडल
नुमाइश
ग्राउंड
के
पास
38.44
लाख
रुपये
की
लागत
से
पटरी
व्यापारियों
के
लिए
वेंडिंग
जोन
बनाया
गया
है।
यहां
35
पथ
विक्रेताओं
को
व्यवस्थित
व्यापार
करने
की
जगह
मिल
रही
है।
हरिओम
नगर
व
रुस्तमपुर
ढाले
के
पास
155
पथ
विक्रेताओं
के
लिए
145.01
लाख
रुपए
की
लागत
से
वेंडिंग
जोन
विकसित
किया
गया
है।
जबकि
सर्वाधिक
280
पथ
विक्रेताओं
के
लिए
239.37
लाख
रुपए
की
लागत
से
महेवा
टीपीनगर,
पुलिस
चौकी
के
पीछे
वेंडिंग
जोन
बनाया
गया
है।
तीनों
स्थान
पर
वेंडिंग
जोन
बनाने
पर
4.20
करोड़
रुपए
की
लागत
आई
है।
नुमाइश
ग्राउंड
में
होगी
सभा
सीएम
रामगढ़
ताल
के
सामने
गोरखपुर
विकास
प्राधिकरण
की
ओर
से
बनवाए
गए
नुमाइश
ग्राउंड
का
उद्घाटन
व
इसी
ग्राउंड
में
संस्कृति
विभाग
की
ओर
से
स्थापित
ब्रह्मलीन
महंत
दिग्विजयनाथ
की
आदमकद
प्रतिमा
का
भी
अनावरण
करेंगे।
नुमाइश
ग्राउंड
बनाने
की
पहल
भी
मुख्यमंत्री
योगी
आदित्यनाथ
की
ही
है।
इस
मैदान
से
सार्वजनिक
सभाओं
व
अन्य
कार्यक्रमों
के
लिए
एक
व्यवस्थित
स्थल
उपलब्ध
हुआ
है।
बनाया
गया
रैंप
यहां
दिव्यांगजन
की
सुविधा
के
लिए
रैंप
भी
बनाया
गया
है।
मुख्यमंत्री
योगी
आदित्यनाथ
के
दादा
गुरु
ब्रह्मलीन
महंत
दिग्विजयनाथ
स्वतंत्रता
सेनानी,
सांसद
रहने
के
साथ
गोरखपुर
समेत
पूर्वी
उत्तर
प्रदेश
में
शैक्षिक
क्रांति
के
अग्रदूत
के
रूप
में
जाने
जाते
हैं।
गोरखपुर
विश्वविद्यालय
की
स्थापना
में
भी
उनका
महती
योगदान
रहा
है।
नुमाइश
ग्राउंड
में
उनकी
आदमकद
प्रतिमा
उनके
व्यक्तित्व
व
कृतित्व
का
स्मरण
कराते
हुए
लोगों
को
राष्ट्र
व
समाजहित
में
योगदान
को
प्रेरित
करेगी।