Vande Bharat Train: वंदे भारत ट्रेन को लेकर यात्रियों में खुशी,जानिए क्या कहा महाप्रबंधक ने
गोरखपुर पूर्वोत्तर रेलवे का मुख्यालय है।यह नेपाल,बिहार सहित पूर्वाचल के कई जिलों के यात्रियों के लिए रेल यात्रा सुलभ करता है।आम यात्रियों की भारी भीड़ यहां देखी जा सकती है।ऐसे में केंद्र सरकार ने गोरखपुर व आस-पास के लोगो
गोरखपुर,2सितंबर:
गोरखपुर
पूर्वोत्तर
रेलवे
का
मुख्यालय
है।यह
नेपाल,बिहार
सहित
पूर्वाचल
के
कई
जिलों
के
यात्रियों
के
लिए
रेल
यात्रा
सुलभ
करता
है।आम
यात्रियों
की
भारी
भीड़
यहां
देखी
जा
सकती
है।ऐसे
में
केंद्र
सरकार
ने
गोरखपुर
व
आस-पास
के
लोगों
को
बेहतर
रेल
यात्रा
देने
की
तैयारी
की
है।इसके
लिए
प्रस्ताव
भी
भेजा
जा
चुका
है।पूर्वोत्तर
रेलवे
के
महाप्रबंधक
अशोक
कुमार
मिश्र
ने
वंदे
भारत
ट्रेन
के
गोरखपुर
से
चलाए।जाने
को
लेकर
यात्रियों
को
बड़ी
खुशखबरी
दी
है।उन्होंने
बताया
कि
वंदे
भारत
ट्रेन
का
गोरखपुर
से
चलना
तय
है।कब
से
चलेगी
इस
पर
बोर्ड
विचार
कर
रहा
है।
जल्द चलेगी वंदे भारत
पूर्वाेत्तर रेलवे के महाप्रबंधक अशोक कुमार मिश्र ने कहा कि जल्द ही गोरखपुर से वंदे भारत ट्रेन चलाई जाएगी।लेकिन कब से चलना है अभी यह तय नहीं किया गया है।बोर्ड जल्द ही इस पर निर्णय लेगा।इस ट्रेन की गति सीमा पूर्वोत्तर रेलवे में कम रहेगी। हमारे यहां अधिकतम गति 110 किमी प्रति घंटे ही है। इसे बढ़ाकर 130 किमी प्रति घंटा किया जा रहा है। इसके लिए रेल पटरियों के उच्चीकरण का कार्य तेजी से हो रहा है। ऑटोमेटिक सिग्नलिंग का कार्य स्वीकृत है, इसके होने के बाद छपरा-बाराबंकी मार्ग की गति 130 किमी प्रति घंटा हो सकेगी।
प्रयागराज-लखनऊ व गोरखपुर के यात्रियों को मिलेगी राहत
गोरखपुर प्रयागराज और लखनऊ के लोगों को वंदे भारत ट्रेन चलने से काफी राहत मिलेगी।यात्री बेहतर सुविधा के साथ कम समय में अधिक दूरी तय करेंगे। गोरखपुर से लखनऊ तक वंदे भारत को चलाने के लिए एनई और एनसी रेलवे ने शेड्यूल तैयार कर प्रस्ताव बोर्ड को भेज दिया है। दोनों रेलवे ने यह प्रस्ताव बोर्ड के ही निर्देश पर तैयार किया है।
कुछ इस तरह से रहेगा वंदे भारत का शेड्यूल
प्रयागराज से सुबह 6.20 पर
लखनऊ आगमन-सुबह 9.50 पर
गोरखपुर आगमन-दोपहर 2.20 पर
प्रस्तावित स्टापेज- रायबरेली, बस्ती
गोरखपुर-लखनऊ-प्रयागराज
गोरखपुर से अपराह्न् 3 बजे
लखनऊ आगमन-रात 7.15 पर
प्रयागराज आगमन- रात 10.50 पर
प्रस्तावित स्टापेज- रायबरेली, बस्ती.
यह मिलेंगी सुविधाएं
वंदे भारत ट्रेन में कई खूबियां होंगी। जिनके चलते इसमें सफर करने वाले लोगों को काफी सहूलियत होगी।इस ट्रेन में ऑटोमेटिक दरवाजे और एसी कोच होंगे। ट्रेन के कोच वातानुकूलित चेयर कार हैं, जिनमें बैठने के विकल्प दिए गए हैं। इकॉनमी और एग्जीक्यूटिव क्लास. खासियत यह है कि एग्जीक्यूटिव क्लास में रिवॉल्विंग चेयर है जो 180 डिग्री तक मुड़ सकती है। वंदे भारत में प्रदान की जाने वाली सबसे महत्वपूर्ण सुविधाओं में से एक यह है कि इसके दरवाजे मेट्रो की भांति ही आटोमेटिक खुलते हैं। वहीं, वंदे भारत में इंटरनेट की सेवाओं का उपयोग करने के लिए ऑनबोर्ड वाई-फाई की सुविधा है। इसके अलावा, मोबाइल फोन या टैबलेट पर कुछ पढ़ने के लिए इंटरनेट का उपयोग कर पाएंगे।
यह है योजना
केंद्र सरकार ने आगामी तीन वर्षों में 400 वंदे भारत ट्रेनों को चलाने की योजना बनाई है। वंदेभारत ट्रेन में एक बार में 1128 यात्री सफर कर सकते हैं। यह बिना लोकोमोटिव इंजन के ट्रैक पर दौड़ती है। ट्रेन कई तरह के अडवांस फीचरों से लैस है।वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन भारत में ही पूरी तरह से बनाई गई है। यह देश की सबसे तेज चलने वाली ट्रेन है। शुरुआत में ट्रेन का नाम ट्रेन-18 रखा गया था, लेकिन फिर इसका नाम बदलकर वंदे भारत ट्रेन कर दिया गया। यह ट्रेन दिल्ली से वाराणसी भी चलती है, जिसके सिर्फ दो स्टॉपेज हैं. पहला कानपुर और फिर दूसरा प्रयागराज है।