टेरर फंडिंग के शक में ATS ने गोरखपुर में मोबाइल शॉप पर मारा छापा, छानबीन के बाद दुकान सील
Up Ats Raid On mobile Shop In Gorakhpur: गोरखपुर। टेरर फंडिंग (Terror Funding) की जांच कर रही यूपी एटीएस (UP ATS) की टीम ने उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के गोरखपुर (Gorakhpur) में गोलघर के बलदेव प्लाजा स्थित चर्चित मोबाइल कारोबारी की दुकान नईम एंड संस पर मंगलवार को छापेमारी की। एटीएस सीओ के नेतृत्व में टीम ने दुकान की तलाशी ली। इस दौरान दुकान मालिक से अकेले में पूछताछ की गई। बता दें, दो साल पहले 2018 में भी एटीएस की टीम ने यहां छापा मारा था। पुलिस ने पाकिस्तानी आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा से संपर्क में रहने के आरोप में नईम के दो बेटे नसीम अहमद और नईम अरशद (बॉबी) को गिरफ्तार किया था।
दुकान के अंदर घंटों की छानबीन
यूपी एटीएस की टीम मंगलवार को बलदेव प्लाजा स्थित नईम एंड संस मोबाइल की दुकान पर पहुंची तो दुकान बंद थी। टीम ने दुकान मालिक को बुलाकर दुकान खुलवाई। इसके बाद घंटों दुकान के अंदर छानबीन की। एटीएस के छापे के बाद से बलदेव प्लाजा में हड़कंप मच गया।अधिकांश दुकानदारों ने कस्टम विभाग की टीम की छापेमारी के अंदेशे में अपनी दुकानें बंद कर लीं। इस मामले में एटीएस के साथ ही मोबाइल कारोबारी की तरफ से किसी तरह का बयान नहीं आया है।
2018 में पुलिस ने मारा था छापा
बता दें, मार्च 2018 में नईम एंड संस की दुकान पर पुलिस ने छापा मारा था। पुलिस ने पाकिस्तानी आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा से संपर्क में रहने के आरोप में नईम के दो बेटे नसीम अहमद और नईम अरशद (बॉबी) को गिरफ्तार किया था। एटीएस ने दोनों भाइयों से पूरी रात पूछताछ की थी। इसके बाद खोराबार इलाके के पांडेय टोला निवासी दयानंद यादव को भी अरेस्ट किया था। दयानंद पर व्यापारी बंधुओं के कहने पर बैंक अकाउंट में रुपए मंगाने का आरोप लगाया गया था। तीनों से पूछताछ के बाद पुलिस ने मोहद्दीपुर में ठेला लगाने वाले बिहार निवासी एक अन्य व्यक्ति को भी हिरासत में लिया था।