जनता कर्फ्यू के दिन जन्मी बच्ची का नाम परिजनों ने क्यों रखा Corona, बताई वजह
गोरखपुर। प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के गृहजनपद से एक चौंका देने वाली खबर सामने आई है। 22 मार्च दिन रविवार को जनता कर्फ्यू का पालन करते हुए लोग अपने-अपने घरों में कैद रहे। इसी बीच गोरखपुर जिला अस्पताल में एक बच्ची ने जन्म लिया। बच्ची के जन्म के साथ ही उसके परिजनों ने उसका नाम रख दिया है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, परिजनों ने उसका नाम 'कोरोना' रखा है।
क्या है मामला
जानकारी के मुताबिक, गोरखपुर जिले के कौड़ीराम कस्बे के सोहगौरा गांव के रहने वाले बबलू त्रिपाठी की पत्नी रागिनी त्रिपाठी को रविवार सुबह जनता कर्फ्यू के बीच प्रसव पीड़ा शुरु हुई। पेशे से इंजीनियर देवर नीतेश राम त्रिपाठी ने भाभी रागिनी को जिला अस्पताल में भर्ती करवाया। जहां उसने दोपहर 12.20 बजे एक बच्ची को जन्म दिया। बच्ची के चाचा नितेश ने बताया कि उनके बड़े भाई बाहर रहते हैं। मोदीजी ने आज जनता कर्फ्यू का आह्वान किया, जिस पर पूरे देश में लॉक डाउन है। ऐसे में ग्रामीण इलाके से जिला अस्पताल में आना मुश्किल रहा है। लेकिन, ऐसे केस में किसी भी तरह की कोई परेशानी नहीं हुई। वे निजी साधन से यहां पर आए।
बच्ची का नाम रखा 'कोरोना'
बच्ची के पैदा होने के बाद सभी परिवार के सदस्यों ने उसका नाम कोरोना रखने का फैसला किया है। उनका कहना है कि परिवार में लक्ष्मी आई है। आज जनता कर्फ्यू का दिन है। ऐसे में कोरोना से अच्छा नाम उनके परिवार को नहीं दिखाई दिया। मीडियाकर्मी ने जब उनसे पूछा कि कोरोना वायरस का पूरी दुनिया में आतंक है? इस सवाल पर नवजात बच्ची के चाचा ने कहा- इस वायरस से हमें अच्छी आदतों को अपनाने के लिए प्रेरित किया है। साथ ही पूरी दुनिया एकजुट भी हुई है। बच्ची का इससे अच्छा कोई और नाम नहीं हो सकता है।
दिया ये संदेश
उन्होंने बताया कि वे लोग पास के मंदिर में घंटा और थाली शाम 5 बजे मोदी जी के आह्वान पर बजाएंगे। उन्होंने कहा कि उन्हें इस बात की खुशी है कि पूरा देश ‘कोरोना' के लिए घंटी, थाली और ताली बजाएगा। उन्होंने कहा- मैं समाज को ये संदेश देना चाहता हूं कि, मुश्किल घड़ी में भी सकारात्मक सोच के साथ इससे निजात पाया जा सकता है। यही वजह है कि उन्होंने बच्ची का नाम कोरोना रखा है।
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