Makar Sankranti 2021: सीएम योगी आदित्यनाथ ने प्रदेशवासियों की दी बधाई, बताया क्यों मनाई जाती है मकर संक्रांति
Makar Sankranti 2021, गोरखपुर। देश में मकर संक्राति (Makar Sankranti) की आज धूम है, सुबह से ही श्रद्धालुगण गंगा घाटों पर आस्था की डुबकी लगा रहे हैं। तो वहीं, खिचड़ी मेला भी आज (14 जनवरी, गुरुवार) से शुरू हो गया है। इस अवसर प्रदेश के मुखिया योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) ने भी पीठाधीश्वर के रूप में गोरखनाथ मंदिर में गुरु गोरखनाथ को आस्था की खिचड़ी चढ़ाकर परंपरागत रूप से मनाई जाने वाली मकर संक्रांति की शुरआत की। खिचड़ी चढ़ाने के बाद मंदिर के भ्रमण पर निकले सीएम योगी ने प्रदेशवासियों को मकरसंक्रांति पर्व की शुभकामनाएं भी दी।
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बताया
क्यों
मनाई
जाती
है
मकर
संक्रांति
इस
अवसर
पर
प्रदेश
के
मुखिया
योगी
आदित्यनाथ
ने
लोगों
को
बताया
कि
मकर
संक्रांति
क्यों
मनाई
जाती
है।
उन्होंने
मकर
संक्रांति
का
धार्मिक
और
वैज्ञानिक
दोनों
अर्थ
बताया।
सीएम
ने
बताया
कि
मकर
संक्रांति
भगवान
सूर्य
की
उपासना
का
पर्व
है।
देश
के
अंदर
अलग-अलग
क्षेत्र
और
नामों
में
यह
पर्व
मनाया
जाता
है।
इस
अवसर
पर
बड़ी
संख्या
में
श्रद्धालुगण
पवित्र
नदियों
में
स्नान
कर
भगवान
सूर्य
नरायण
को
अर्क
देते
है।
उसके
बाद
दान
आदि
की
क्रियाओं
को
संपन्न
करता
है।
इस
दौरान
सीएम
ने
मकर
संक्रांति
से
शुरू
हो
रहे
कल्पवास
के
बारे
में
बताया
और
गोरखपुर
में
हो
रहे
खिचड़ी
भोग
पर
भी
बोले।
ब्रह्ममुहुर्त
में
की
परंपरागत
पूजन
अर्चन
सीएम
योगी
ने
गुरुवार
को
ब्रह्ममुहुर्त
में
गोरक्षपीठाधीश्वर
में
मकर
संक्रांति
पर
परंपरागत
रूप
से
पूजन
अर्चन
किया।
इसके
बाद
गोरक्षपीठ
एवं
नेपाल
नरेश
की
ओर
से
खिचड़ी
चढ़ाई
गई।
परंपरानुसार
नेपाल
राजपरिवार
से
गोरखनाथ
मंदिर
में
हर
साल
चढ़ाने
के
लिए
खिचड़ी
आती
है।
फिर
आमजन
के
खिचड़ी
चढ़ाने
का
सिलसिला
शुरू
हुआ।
इसी
के
साथ
सवा
महीना
तक
चलने
वाले
गोरखनाथ
मंदिर
के
खिचड़ी
मेला
का
शुभारंभ
किया
गया।
दूरदराज
से
खिचड़ी
चढ़ाने
आए
श्रद्धालु
गोरखनाथ
मंदिर
में
खिचड़ी
चढ़ाने
के
लिए
48
घंटे
पहले
से
ही
श्रद्धालुओं
के
आने
का
सिलसिला
शुरू
हो
गया
था।
दूरदराज
से
आए
श्रद्धालु
मंदिर
में
देर
रात
से
ही
लाइन
लगाना
शुरू
कर
दिए
थे।
भोर
तक
हजारों
की
संख्या
में
श्रद्धालु
लाइन
में
खड़े
हो
खिचड़ी
चढ़ाने
केलिए
अपनी
बारी
आने
का
इंतजार
कर
रहे
थे।
तो
वहीं,
मंदिर
व
मेले
की
सुरक्षा
के
लिए
एक
अस्थायी
थाना
व
सात
पुलिस
चौकियां
बनाई
गई
हैं।
सुरक्षा
के
लिहाज
से
मंदिर
को
चार
जोन
व
12
सेक्टर
में
बांटा
गया
है।