जानिए कौन हैं सचींद्र नाथ पांडेय, जिनकी सलाह पर Kangana ने बनाया था ऑफिस
गोरखपुर। बॉलीवुड अभिनेत्री कंगना रनौत (Kangana Ranaut) इन दिनों खासी चर्चाओं में हैं। दरअसल, बृहन्मुंबई नगर निगम (BMC) ने कंगना रनौत के मुंबई पाली हिल स्थित उनके ऑफिस पर अवैध निर्माण का हवाला देते हुए बुधवार (9 सितंबर) को तोड़ दिया था। इतना ही नहीं, दफ्तर के अंदर भी काफी तोड़फोड़ की थी। बताया जा रहा है कि बीएमसी ने कंगना के जिस दफ्तर पर कार्रवाई की है, उसकी कीमत करीब 48 करोड़ रुपए है। बता दें कि कंगना का ये ऑफिस गोरखपुर के पंडित सचींद्र पांडेय की सलाह पर बनाया गया था।
सचींद्र नाथ पांडेय की सलाह पर करती है कंगना अपना शुभ कार्य
कंगना रनौत अपना हर शुभ कार्य गोरखपुर जिले के रामजानकी नगर निवासी पंडित सचींद्र नाथ पांडेय की ही सलाह पर करती हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, तनु वेड्स मनु, क्वीन, मणिकर्णिका, कृष-3 जैसी दर्जनों फिल्मों में कंगना के किरदार का नाम, शूटिंग और लांचिंग का मुहुर्त तय करने वाले ज्योतिषी सचींद्र पांडेय की ही देखरेख में मुंबई स्थित मणिकर्णिका प्रोडक्शन हाउस का ऑफिस बना था। इस दौरान उन्होंने मीडिया से बात करते हुए कहा कि मणिकर्णिका नाम कंगना रणौत के जीवन का टर्निंग प्वाइंट है।
शत्रु कोई भी हो, उसकी हार होगी
दरअसल, इस नाम से बनी फिल्म से फिल्म निर्माण के क्षेत्र में उनकी विशिष्ट पहचान बनी तो इसी को लेकर कंगना ने मणिकर्णिका नाम से अपना ऑफिस भी बनवाया। तो वहीं, सचींद्र पांडेय ने कहा कि इस पर बुलडोजर चलने के पीछे ग्रहों की वह युति है, जो कंगना के हर बड़े काम की बाधा बनती है। कहा कि सिंह राशि की कुंडली में चतुर्थ भाव का चंद्रमा कंगना को पारस पत्थर बनाता है, इसलिए वह सफल होंगी और साथ रहने वाले को भी सफलता देंगी। वहीं, कंगना की कुंडली में त्रिक का राहु उन्हें अपने शुत्र से अधिक ताकतवर बनाकर शत्रु हंता बनाता है। शत्रु कोई भी, उसकी हार होगी।
टूटा ऑफिस भी देगा कंगना को प्रसिद्धि
पंडित सचींद्र नाथ के मुताबिक, मणिकर्णिका का टूटा कार्यालय भी उन्हें प्रसिद्धि देगा। अगर किसी को लगता है कि मौजूदा स्थितियां कंगना को विचलित करेंगी तो वह भ्रम में है। बाधाएं कंगना को मजबूत करेंगी। 'मणिकर्णिका' पर चला बुलडोजर कंगना को राजनीति मुकाम दिलाने का पायदान बनेगा। अगर कंगना ने राजनीति में जाने का निर्णय लिया तो वहां भी सफलता मिलनी तय है। कहा कि कंगना की कुंडली में ग्रहों की चाल और दशाएं बता रही हैं कि यह वह वक्त है, जब लोग कंगना की हिम्मत देखेंगे और उनके साथ जुड़ेंगे। बता दें कि पंडित सचिंद्र नाथ कंगना के साथ उनके लिए वैष्णों माता और कामाख्या धाम में धार्मिक अनुष्ठान करा चुके हैं।