कंगना के समर्थन में उतरी करणी सेना, संजय राउत का पुतला फूंक की कार्रवाई की मांग
गोरखपुर। बॉलीवुड एक्ट्रेस कंगना रनौत और शिवसेना नेता संजय राउत के बाच जुबानी जंग तेज हो गई है। तो वहीं, अब कंगना रनौत को गोरखपुर में करणी सेना और वाराणसी में बीजेपी 'बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ' प्रकल्प की महिला सदस्यों का साथ मिला है। कंगना रनौत के समर्थन में उतरी करणी सेना ने बुधवार को गोरखपुर के शास्त्री चौक पर संजय राउत का पुतला फूंक कर विरोध प्रदर्शन किया। साथ ही महाराष्ट्र सरकार से संजय राउत पर कार्रवाई की मांग की है।
संजय राउन के खिलाफ की कार्रवाई की मांग
करणी सेना के जिला अध्यक्ष देवेंद्र सिंह ने कहा, 'संजय राउत ने कंगना के लिए जिस तरह की भाषा का इस्तेमाल किया, उससे सभी महिलाओं का अपमान हुआ है। जब-जब महिलाओं का अपमान हुआ है, राजपूत उनके समर्थन में खड़े हुए हैं।' करणी सेना के जिला अध्यक्ष ने कहा कि राउत ने कंगना के खिलाफ अभद्र भाषा का इस्तेमाल किया है जो बेहद शर्मनाक है। हम महाराष्ट्र सरकार और शिवसेना से राउत के खिलाफ कार्रवाई की मांग करते हैं, अगर ऐसा नहीं किया गया तो करणी सेना सड़कों पर उतरेगी।'
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संजय राउत का फूंका पुतला
करणी सेना के जिला अध्यक्ष देवेंद्र सिंह ने कहा कि शास्त्री चौक पर संजय राउत का पुतला भी जलाकर कार्रवाई की मांग की है। साथ ही देवेन्द्र सिंह ने चेतावनी दी कि ऐसा नहीं किया गया तो करणी सेना सड़कों पर उतरेगी।
संजय राउत के खिलाफ वाराणसी में दी गई तहरीर
कंगना को लेकर संजय राउत की आपत्तिजनक टिप्पणी के बाद वाराणसी में बीजेपी 'बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ' प्रकल्प की महिला सदस्यों ने संजय राउत के खिलाफ मंगलवार को सिगरा थाने में तहरीर देते हुए एफआईआर दर्ज करवाई है। थानाध्यक्ष ने बताया कि तहरीर ले ली गई है। उच्च अधिकारियों को अवगत कराते हुए एफआईआर दर्ज कर अग्रिम कार्रवाई की जाएगी। तो वहीं, बीजेपी 'बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ' प्रकल्प की महिला सदस्यों ने कहा कि भरतीय संस्कृति में महिला का सम्मान सर्वोच्च है। लेकिन जिस तरह से शिवसेना सांसद ने कंगना रनौत को लेकर आपत्तिजनक टिप्पणी की है और उन्हें मुंबई न आने की धमकी दी है उसे बर्दाश्त नहीं किया जा सकता।
जानें क्या है पूरा विवाद
दरअसल, सुशांत सिंह केस में बीते कई दिनों से कंगना रनौत और शिवसेना नेताओं के बीच ट्विटर पर ज़ुबानी जंग छिड़ी हुई है। कंगना रनौत ने ट्वीट कर कहा था कि उन्हें महाराष्ट्र पुलिस पर भरोसा नहीं है। साथ ही वो चाहती हैं कि उनकी सुरक्षा का ज़िम्मा हरियाणा पुलिस या केंद्र की एजेंसी ले। इसी के बाद शिवसेना संजय राउत ने कंगना को मुंबई वापस न आने को कहा था और कंगना के लिए हरामखोर शब्द का इस्तेमाल किया था।